- दिल्ली में कोरोना के मामले 40 हजार के पार, मरने वालों की संख्या एक हजार के पार
- दिल्ली में प्रतिदिन 18 हजार टेस्ट कराने पर बनी सहमति, कोरोना टेस्ट फी को आधा करने के प्रस्ताव को गृहमंत्री ने स्वीकार
- दिल्ली में कोरोना के मुद्दे पर हुई थी सर्वदलीय बैठक
नई दिल्ली। लॉकडाउन लगाए जाने के कयास के बीच सीएम अरविंद केजरीवाल ने साफ कर दिया है कि दिल्ली में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बहुत से लोग इस तरह की बात कर रहे हैं लेकिन वो साफ करना चाहते हैं कि इस तरह की योजना नहीं है। बता दें कि दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच इस तरह की बात आम हो चली थी कि दिल्ली में एक बार फिर से लॉकडाउन लगाया जा सकता है। यहां यह भी जानना जरूरी है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में गृहमंत्री की अगुवाई में सभी दलों की बैठक हुई और कुछ खास रणनीति पर आगे बढ़ने पर सहमति बनी।
डरा रहा है दिल्ली का आंकड़ा
दिल्ली में औसतन हर रोज 2 हजार के करीब कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। इस विषय में दिल्ली सरकार पहले ही मान चुकी है कि जून के अंत तक यह आंकड़ा एक लाख और जुलाई के अंत में पांच लाख तक पहुंच सकता है। इस तरह के बयान के बाद हर कोई हतप्रभ था कि आखिर दिल्ली किस तरफ जा रही है। इससे पहले अस्पतालों को लेकर भी विवाद हुआ जिसमें एलजी अनिल बैजल को दखल देना पड़ा।
दिल्ली सरकार की हुई थी आलोचना
अरविंद केजरीवाल के वादों और दावों पर हर कोई सवाल उठाने लगा कि जो शख्स यह कह रहे थे कि उनके पास कोरोना का सामना करने के लिए इतने पर्याप्त इंतजाम हैं और वो कहने लगे कि दिल्ली की तस्वीर और खराब हो सकती है तो वो विपक्ष के निशाने पर भी आ गए कि आखिर उनकी सरकार क्या कर रही थी। हालांकि इस दफा दिल्ली के सीएम ने किसी पर आरोप प्रत्यारोप पर नहीं करते हुए बोले कि आपदा की इस घड़ी में सबका सहयोग जरूरी है और एक टीम के तौर पर ही हम इस घड़ी का मुकाबला कर सकते हैं।