- आज ही जारी हुआ है नया दाम
- एक बार में 200 से अधिक रुपए की बढ़ोतरी
- फिलहाल घरेलू गैस उपभोक्ताओं को राहत
Price Hike in LPG: महंगाई की मार जनता पर बढ़ती जा रही है। आम जनता पेट्रोल और डीजल के दाम में बेतहाशा वृद्धि से परेशान है, एलपीजी सिलेंडरों के दाम भी हर हफ्ते बढ़ रहे हैं। अभी 10 दिन पहले ही घरेलू एलपीजी सिलेंडर के रेट बढ़े थे। जबकि, 22 मार्च को ही कॉमर्शियल सिलेंडर सस्ता हुआ था। बता दें, लंबे अरसे बाद 22 मार्च से पेट्रोल-डीजल और एलपीजी उपभोक्ताओं को महंगाई का झटका लगना शुरू हुआ था।
बिना सब्सिडी वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर में 50 रुपये की बढ़ोतरी हुई, क्योंकि छह अक्टूबर 2021 के बाद से घरेलू एलपीजी सिलेंडर के रेट में कोई बदलाव नहीं आया था। आज यानी नए वित्तीय वर्ष के पहले दिन भी घरेलू एलपीजी सिलेंडर दिल्ली में 949.50 रुपये, कोलकाता में 976 रुपये, मुंबई में 949.50 रुपये और चेन्नई में 965.50 रुपये में रीफिल हो रहा है।
22 मार्च को घटा था दाम
19 किलो वाला एलपीजी सिलेंडर 1 मार्च को दिल्ली में 2,012 रुपये में रीफिल हो रहा था। 22 मार्च को घटकर 2,003 रुपये पर आ गया, लेकिन आज से दिल्ली में इसे रीफिल करवाने के लिए 2,253 रुपये खर्च करने होंगे। जबकि, कोलकाता में अब 2,087 रुपये के बजाय 2,351 रुपये और मुंबई में 1,955 की जगह आज से 2,205 रुपये खर्च करने पड़ेंगे। चेन्नई में अब 2,138 रुपये के बजाय 2,406 रुपये लगेंगे।
1 मार्च को 105 रुपए बढ़ी थी कीमत
बता दें, 1 मार्च को 19 किलो वाले कामर्शियल सिलेंडर के रेट में 105 रुपये का इजाफा हुआ था और 22 मार्च को 9 रुपये सस्ता हुआ। वहीं, अक्टूबर 2021 से 1 फरवरी 2022 के बीच कामर्शियल सिलेंडर के दाम 170 रुपये बढ़े हैं। दिल्ली में 1 अक्टूबर को कामर्शिय सिलेंडर का दाम 1,736 रुपये था। नवंबर 2021 में यह 2,000 का हुआ और दिसंबर 2021 में 2,101 रुपये का हो गया। इसके बाद जनवरी में यह फिर सस्ता हुआ और फरवरी 2022 को और सस्ता होकर 1,907 रुपये पर आ गया। इसके बाद 1 अप्रैल 2022 को यह 2,253 रुपये पर पहुंच गया।
रसोई का बिगड़ा बजट
पेट्रोल और डीजल के दाम में बेतहाशा वृद्धि का असर हर चीज पर पड़ रहा है। खाद्य सामग्री से लेकर तमाम चीजों के दाम बढ़ रहे हैं। अब गैस सिलेंडर के दाम में वृद्धि से लोगों की रसोई का बजट बिगड़ रहा है। घेरलू गैस सिलेंडर की भी कीमत 1,000 पार कर चुकी है। इससे सबसे ज्यादा महिलाएं परेशान हैं। महिलाओं का कहना है कि, जितने पैसे में पूरे महीने घर चलता था, उतने में अब 15-17 दिन ही घर चल पा रहा है। हर जगह पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर महंगा होने की बात कहकर सामानों के दाम बढ़ाए जा रहे हैं।