- दिल्ली में तीनों नगर निगमों को एक करने के लिए केंद्रीय कैबिनेट ने दी हरी झंडी
- 2012 में शीला दीक्षित सरकार ने एमसीडी को तीन हिस्सों में बांटा था
- समय पर एमसीडी चुनाव ना कराए जाने पर अरविंद केजरीवाल खफा
दिल्ली में एमसीडी चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी लगातार बीजेपी पर निशाना साध रही है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि बीजेपी को हार का डर सता रहा है लिहाजा चुनाव टाले जाने हर मुमकिन कोशिश की जा रही है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा अपने आप को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहती है। कमाल है। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी एक छोटी सी आम आदमी पार्टी से घबरा के भाग गयी? हिम्मत है तो MCD के चुनाव टाइम पे करवा के दिखाओ।
दिल्ली नगर निगम का चुनाव टालना शहीदों का अपमान
भाजपा का दिल्ली नगर निगम के चुनाव टालना शहीदों का अपमान है जिन्होंने अंग्रेजों को देश से भगाकर देश में जनतंत्र स्थापित करने के लिए कुरबानियाँ दीं थीं। आज ये हार के डर से दिल्ली नगर निगम के चुनाव टाल रहे हैं, कल ये राज्यों और देश के चुनाव टाल देंगे।भाजपा MCD के चुनाव टाल रही है कि दिल्ली के तीनों निगम एक कर रहे है। क्या इस वजह से चुनाव टल सकते हैं? कल ये गुजरात हार रहे होंगे तो क्या ये कह कर टाल सकते हैं कि गुजरात और महाराष्ट्र को एक कर रहे हैं? क्या इसी तरह का कोई बहाना बना कर लोक सभा चुनाव टाले जा सकते हैं?
नगर निगमों को एक किए जाने पर बड़ा फैसला
दिल्ली के तीनों नगर निगमों को लेकर मंगलवार को बड़ा फैसला हुआ है। केंद्र सरकार ने तीनों नगर निगमों का विलय करने का फैसला किया है। सूत्रों का कहना है कि तीन नगर निगमों के विलय से संबंधित विधेयक को सरकार इसी हफ्ते संसद में पेश कर सकती है। संसद में इस विधेयक के पास हो जाने के बाद उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी दिल्ली के लिए केवल एक मेयर होगा। नगर निगमों के विलय के मुद्दे के चलते निगम चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ। चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं होने पर आम आदमी पार्टी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चुनाव कराने से डर रही है, इसलिए वह तारीखों का ऐलान करने में डर ही है। आप के आरोपों का केंद्रीय मंत्री मिनाक्षी लेखी ने जवाब दिया।