- करोल बाग में बदमाशों ने ज्वेलर से लूटे 45 लाख के कंगन
- पीड़ित कारोबारी एक कर्मचारी के साथ पैदल ही आ रहा था
- लूट के इस मामले में पुलिस का शक दिल्ली के इरानी गैंग पर
Delhi Crime: दिल्ली के करोल बाग में कुछ बदमाश ने फिल्मी स्टाइल में सीआईडी अधिकारी बनकर एक ज्वेलर से 45 लाख रुपये कीमत के जेवरात लूट लिए। बदमाशों ने ज्वेलरी से भरा बैग लेकर जा रहे एक ज्वेलर और उसके कर्मचारी को जांच के बहाने रोका और फिर सीआईडी का फर्जी आई कार्ड दिखाकर उनका विश्वास हासिल किया। इसके बाद जेवरात से भरा बैग अपने कब्जे में लेकर थाने में आने की बात कहीं और बाइक पर बैठकर फरार हो गए। पीड़ित ज्वेलर के अनुसार बैग में सोने के 56 कंगन थे, जिनका कुल वजन 872 ग्राम और कीमत करीब 45 लाख रुपये है। पीड़ितों की शिकायत पर करोल बाग थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद से ही करोल बाग थाना पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच भी इस लूट की जांच में जुटी है। पुलिस अधिकारियों को आशंका है कि, लूट की इस वारदात को दिल्ली के इरानी गिरोह ने अंजाम दिया है। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की मदद से बदमाशों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, लूट के शिकार ज्वेलर हफीजुल मौला मूलरूप से बंगाल का रहने वाले हैं और करोल बाग के बीडनपुरा में मोइनुद्दीन के साथ मिलकर जेवरातों पर पॉलिश करने का काम करता है।
धोखाधड़ी का आरोल लगा बदमाश मारने लगे थप्पड़
मोइनुद्दीन ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि, हफीजुल और कर्मचारी गोपाल के साथ में धारा नामक ज्वेलर के पास से पॉलिश करने के लिए जेवरात लाने गए थे। हफीजुल अपने साथ एक कारीगर लेकर पैदल ही वहां गया। गोविंद की दुकान से एक बैग में 56 सोने के कंगन लेकर वहां से पैदल ही अपनी दुकान पर आ रहा था कि, बीडनपुरा की गली में एक बदमाश ने सामने आकर हफीजुल को रोक लिया। उसने खुद को सीआईडी अधिकारी बताने के साथ अपना फर्जी आई कार्ड भी दिखाया। इसके बाद उक्त बदमाश दोनों को पास में ही बाइक पर पहले से ही तैयार बैठे अपने दो अन्य साथी के पास लेकर गया और तीनों मिलकर जांच के बहाने बैग खोलकर चेक करने लगे। बातचीत के दौरान बदमाशों ने दहशत पैदा करने के लिए धोखाधड़ी का आरोप लगाकर दोनों को तीन-चार थप्पड़ भी मारे। इससे हफीजुल व गोपाल डर गए। इसके बाद बदमाशों ने आभूषण से भरा बैग लेकर जांच के लिए थाने आने को कहा और दो बाइक पर बैठकर तीनों फरार हो गए। घटना के बाद हफीजुल ने मोइनुद्दीन को फोन कर इसके बारे में जानकारी दी। जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई।