- नवजोत सिंह सिद्धू ने दिल्ली में गेस्ट टीचर्स के विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लिया
- टीचर्स केजरीवाल के आवास के बाहर धरना दे रहे हैं
- हाल ही में केजरीवाल ने पंजाब में शिक्षकों के प्रदर्शन में हिस्सा लिया था
पंजाब विधानसभा चुनाव के सियासी घमासान का असर दिल्ली में दिख रहा है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर गेस्ट टीचर्स के धरने में शामिल हुए हैं। सिद्धू ने केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि केजरीवाल शिक्षकों से किए अपने वादे को भूल गए हैं। सिद्धू ने कहा कि दिल्ली में शिक्षकों के 30 हजार पद खाली है फिर गेस्ट टीचर्स को पक्का नहीं किया जा रहा है। इस दौरान सिद्धू ने केजरीवाल पर हमला करते हुए उन्हें पंजाब की जगह पहले अपना घर यानि दिल्ली के टीचरों को संभालने की नसीहत भी दी।
दिल्ली सरकार के गेस्ट टीचर्स स्थायी नौकरी की मांग को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर धरना दे रहे हैं। इससे पहले केजरीवाल 27 नवंबर को पंजाब में संविदा शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे। प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों को संबोधित करते हुए सिद्धू ने कहा कि प्रिय केजरीवाल, आप पंजाब में लेक्चर दे रहे हैं लेकिन अपनी समस्याएं छिपा रहे हैं।
सिद्धू ने ट्वीट कर कहा कि प्रदर्शन का एक औंस प्रचार के एक पाउंड के लायक है, आप जो उपदेश देते हैं उसका अभ्यास करें अरविंद केजरीवाल जी…दिल्ली के स्कूल के शिक्षकों का कहना है कि उन्हें बंधुआ मजदूर और दैनिक वेतन भोगी के रूप में माना जाता है, प्रति दिन भुगतान किया जाता है, छुट्टियों या सप्ताहांत के लिए कोई भुगतान नहीं, अनुबंध की कोई गारंटी नहीं, साथ ही सूचना बिना हटाया जाता है।
इससे पहले, केजरीवाल ने पंजाब में विरोध कर रहे शिक्षकों को आश्वासन दिया था कि जब राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी तो वह उनके मुद्दों को प्राथमिकता से निपटेंगे। केजरीवाल ने विरोध करने वाले शिक्षकों के छोटे भाई के रूप में अपना परिचय देते हुए कहा था कि वह एक शिक्षक के बेटे हैं।