नई दिल्ली: पंजाब पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री मोहाली में शिक्षकों के धरने में शामिल हुए। स्थाई नौकरी की मांग को लेकर धरना किया जा रहा है। हजारों की संख्या में शिक्षक धरने पर बैठे हैं। यहां केजरीवाल ने पानी के टैंकर पर चढ़कर विरोध-प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों के एक समूह से नीचे उतरने का आग्रह किया। उन्होंने 47 दिनों से टंकी पर चढ़ आंदोलन कर रहे पंजाब के सरकारी स्कूलों के टीचर्स से की मुलाकात।
इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि दुख की बात है कि हम दिल्ली के टीचर्स को ट्रेनिंग के लिए इंग्लैंड, स्वीडन भेजते हैं और कांग्रेस सरकार पानी की टंकी के ऊपर भेज रही है। आप नीचे उतर आइए, आपको मरने नहीं देंगे! उन्होंने कहा कि मैं वादा करता हूं हमारी सरकार बनते ही सरकार मसले हल कर देंगे। हमने दिल्ली में टीचरों के सारे मसले हल किए। अब पंजाब में भी करेंगे। यह मेरा वादा है आपसे।
दिल्ली सीएम ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों को अरविंद केजरीवाल या मनीष सिसोदिया ने नहीं बदला। वे हमारे सरकारी स्कूल के शिक्षकों द्वारा बदल दिए गए। पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह ने ट्वीट किया कि पंजाब के सरकारी स्कूल देश में सबसे अच्छे हैं। एक बार धरने पर बैठे इन टीचर्स से पूछो कि पंजाब के स्कूल कितने अच्छे हैं। पंजाब में शिक्षकों को 6000 रुपए वेतन मिल रहा है, दिल्ली में न्यूनतम मजदूरी 15,000 है। केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि पंजाब के टीचर्स कई दिनों से धरने पर हैं। 18 साल नौकरी करने वालों की 6000 रुपए महीना सैलरी है। सुनवाई ना होने पर कुछ टीचर्स पानी की टंकी पर चढ़ गए। चन्नी साहिब ने धमकी दी है कि उन पर FIR होगी। चन्नी साहिब, इन टीचर्स को आपकी सहानुभूति की जरूरत है, कृपया इन पर FIR मत कीजिए।