- हनुमान सेतु, मायापुरी फ्लाईओवर की होगी मरम्मत
- उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने की प्रस्ताव की समीक्षा
- 2,03,60,881 रुपये खर्च होने का अनुमान
Hanuman Setu Mayapuri Flyover Repairing: दिल्ली में रहने वाले लोगों के लिए आने वालों कुछ दिनों में ट्रैफिक संबंधी परेशानी से दो-चार होना पड़ सकता है। इसके पीछे का कारण हनुमान सेतु और मायापुरी फ्लाईओवर के मरम्मत है। जल्द ही इस फ्लाईओवर का काम शुरू होगा। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने हनुमान सेतु और मायापुरी फ्लाईओवर की मरम्मत के लिए प्रस्ताव पास कर दिया है। जिसमें बताया गया है कि दिल्ली के दो फ्लाईओवर की जल्द मरम्मत शुरू की जाएगी।
पिछले महीने पीडब्ल्यूडी के प्रभारी और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने हनुमान सेतु और मायापुरी फ्लाईओवर की मरम्मत से जुड़े प्रस्ताव की समीक्षा की थी। मरम्मत के लिए सभी संसाधन जोड़ने के लिए उन्होंने एक अधिकारी को नियुक्त किया था। जिसके बाद अब उपमुख्यमंत्री ने हनुमान सेतु और मायापुरी फ्लाईओवर की मरम्मत के लिए प्रस्ताव पास किया है।
2,03,60,881 रुपये खर्च होने का अनुमान
वहीं पीडब्ल्यूडी ने कश्मीरी गेट इंटर-स्टेट-बस-टर्मिनल (आईएसबीटी) के करीब स्थित हनुमान-सेतु फ्लाईओवर के लिए एक्सटेंशन जॉइंट्स और सड़क संबंधी कार्यों को बदलने के लिए एक टेंडर जारी किया है। मरम्मत से जुड़े इस प्रस्ताव में फ्लाईओवर के जंग से निपटने के लिए, रखरखाव, कॉलम, बीम और स्लैब पर ध्यान दिया जाएगा। इस प्रस्ताव से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि हनुमान सेतु फ्लाईओवर पर मरम्मत परियोजना के लिए 2,03,60,881 रुपये खर्च होने का अनुमान है।
एक्सटेंशन ज्वाइंट को बदला जाएगा
टेंडर दिए जाने के आठ महीने के भीतर इसके पूरा होने की संभावना है। टेंडर के अनुसार हनुमान सेतु और मायापुरी फ्लाईओवर पर काम करने के लिए एक्सटेंशन ज्वाइंट को बदला जाएगा। गौरतलब है कि यह दोनों फ्लाईओवर दिल्ली सरकार की उस लिस्ट में शामिल है जिसमें बीते दिनों सरकार ने 6 फ्लाईओवर की मरम्मत के लिए प्रस्ताव पेश किया था।
6 फ्लाईओवर की मरम्मत के लिए प्रस्ताव
दिल्ली में जिन छह फ्लाईओवरों की मरम्मत की जा रही है उनमें पुल मिठाई, ओखला, जनक सेतु, ओबेरॉय-लोधी रोड-चिराग दिल्ली, आईएसबीटी कश्मीरी गेट और नेहरू नगर शामिल हैं। वहीं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली ट्रैफिक पुलिस को सख्त हिदायत दी है कि इन फ्लाईओवरों की मरम्मत के दौरान सड़क पर चलने वालों को जाम का सामना न करना पड़े।