- दिल्ली सीमा पर किसानों के आंदोलन का 10वां दिन
- राहुल गांधी बोले- पीएम मोदी ने देश को कुएं में धकेल दिया
- केंद्र सरकार के अड़ियल रवैये से देश का हर तबका परेशान
नई दिल्ली। किसानों का आंदोलन चरम पर है। किसानों का कहना है कि नए कृषि कानून को रद्द किए जाने से कम पर वो दिल्ली की सीमाओं से नहीं हटेंगे। इन सबके बीच आज विज्ञान भवन में पांचवें दौर की बातचीत होगी। लेकिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए पीएम मोदी की नीतियों पर करारा वार किया है। बिहार का किसान MSP-APMC के बिना बेहद मुसीबत में है और अब PM ने पूरे देश को इसी कुएं में धकेल दिया है. ऐसे में देश के अन्नदाता का साथ देना हमारा कर्तव्य है।
केंद्र के अड़ियल रवैये से पूरा देश परेशान
राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार के अड़ियल रवैये की वजह से देश का हर तबका है। जो सरकार किसानों के हित में बड़ी बड़ी बातों के दावे करती थी आज वो किसानों की समस्या को क्यों नहीं सुन रहे। अगर किसान चाहते हैं कि एमएसपी और एपीएमसी के बारे में सरकार पुख्ता बात करे तो केंद्र सरकार के कृषि मंत्री गोलमोल जवाब क्यों देते हैं। इसकी वजह से अन्नदाताओं की मुश्किलें बढ़ी हैं।
10 दिन से दिल्ली की सीमा पर डटे हैं किसान
बता दें कि दिल्ली की सीमा पर किसान पिछले 10दिन से डटे हुए हैं। पांचवें दौर की बातचीत से पहले किसानों ने आज पीएम मोदी के पुतले को जलाए जाने की बात कही थी और इसके साथ ही आठ दिसंबर को 1 दिन के भारत बंद का ऐलान किया है। किसानों का कहना है कि कानून में संशोधन उन्हें मंजूर नहीं है। उनकी सिर्फ एक ही मांग है कि नए कृषि कानूनों को खत्म कर दिया जाए। किसानों ने कहा कि सरकार की तरफ से जो तर्क पेश किए जा रहे हैं उससे वो लोग सहमत नहीं है। कृषि कानून पूरा तरह से बड़े बड़े औद्योगिक घरानों के पक्ष में है। यह हो सकता है कि शुरुआती सालों में कुछ राहत मिले। लेकिन आने वाले समय में नुकसान होना तय है।