- दिल्ली के स्कूलों में अब ‘हाइब्रिड’ माध्यम (ऑनलाइन और ऑफलाइन) से पढ़ाई नहीं होगी।
- मास्क नहीं पहनने पर जुर्माना 2000 रुपए से घटाकर 500 रुपए कर दिया गया है।
- दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सभी पाबंदियों को हटा लिया है।
नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने राष्ट्रीय राजधानी में रात्रिकालीन कर्फ्यू सहित कोविड-19 संबंधी सभी पाबंदियां हटाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के स्कूलों में अब ‘हाइब्रिड’ माध्यम (ऑनलाइन और ऑफलाइन) से पढ़ाई नहीं होगी और सभी स्कूल एक अप्रैल से पूरी तरह खुलेंगे। वहीं, मास्क नहीं पहनने पर लगने वाला जुर्माना 2000 रुपए से घटाकर 500 रुपए कर दिया गया है।
केजरीवाल ने कहा कि कोविड-19 की स्थिति में सुधार के मद्देनजर प्रतिबंध खत्म किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन प्रतिबंधों की वजह से राजधानीवासियों को व्यापक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की शुक्रवार को हुई बैठक में ये फैसले लिये गए। केजरीवाल ने कहा कि कोविड-19 के मामले कम होने और पाबंदियों से लोगों को हो रही परेशानी के मद्देनजर ये फैसले किए गए हैं।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट किया कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सभी पाबंदियों को हटा लिया है, क्योंकि स्थिति सुधरी है। लोगों को नौकरियां जाने की वजह से कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल 1 अप्रैल से पूरी तरह खुल जाएंगे। मास्क ना पहनने पर अब 500 रुपये का जुर्माना होगा। सभी लोग अब भी संक्रमण को लेकर सतर्क रहें। सरकार कड़ी नजर रखेगी।
उप राज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में इस संबंध में हुई बैठक में सावधानियां बरतने के साथ ही टीकाकरण पर भी चर्चा हुई। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी डेटा के अनुसार, दिल्ली में गुरुवार को कोविड के नए 556 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि पॉजिटिव नमूनों की दर 1.10% दर्ज की गई। इस महामारी से कल 6 मौतें हुई हैं। कोविड-19 के मामलों में तेजी से गिरावट के मद्देनजर कारोबारियों और राजनीतिक दलों ने डीडीएमए से शेष प्रतिबंधों को भी हटा लेने का अनुरोध किया था।