Jahangirpuri Violence : जहांगीरपुरी में 16 अप्रैल को शोभायात्रा के दौरान हिंसा तो हुई है 140 करोड़ भारतीयों के आस्था पर चोट भी पहुंचाई गई। लोगों ने वो दृश्य जरूर देखे होंगे जिसमें शोभायात्रा में शामिल तिरंगे वाले रथ पर पथराव किया गया और श्रद्धालु दौड़ रहे थे। तिरंगा पूरे भारत की शान है। इस तिरंगे की आन-बान और शान के लिए सैकड़ों जवान सरहद पर जान न्योछावर कर चुके हैं लेकिन इस तिरंगे को भी शनिवार को हुई जहांगीरपुरी की हिंसा में उपद्रवियों ने नहीं बख्शा। आज यह तिरंगा चोटिल है।
तिरंगे पर पत्थर एवं बोतल फेंके गए
इस तिरंगे पर घाव हैं। रथ पर लगा हुआ यह तिरंगा 16 दिसंबर की शाम को हनुमान जयंती के अवसर पर जहांगीरपुरी सी ब्लॉक से निकल रहा था तभी उपद्रवियों ने पत्थर और बोतलें फेंककर इसे निशाना बनाया।
इस तिरंगे पर ईंट-पत्थरों के चोट के निशान अभी तक हैं। सवाल यह है कि जिस तिरंगे के सामने पूरा देश अपना सिर झुकाता है और सलाम करता है, उस तिरंगे को नुकसान पुहंचाने की मानसिकता वाले लोग आखिर कौन थे? दो पक्षों और समुदायों में विवाद हो सकता है लेकिन तिरंगे के सम्मान को लेकर किसी के मन में कोई दुविधा नहीं होनी चाहिए।