दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के आरोपी अंसार और सलीम की पुलिस कस्टडी 3 दिन के लिए बढ़ा दी गई है। आरोपी गुल्ली को भी 3 दिन की रिमांड पर भेजा गया है। एक आरोपी व्यक्ति के वकील राजेश कौशिक ने कहा कि गुल्ली और दिलशाद को 3 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। उन्हें आज पहली बार अदालत में पेश किया गया। अंसार ने शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा की चिंगारी भड़काई थी। उस पर पहले से भी मामले दर्ज हैं। अंसार 20 फरवरी 2009 में चाकू के साथ गिरफ्तार हुआ। उस पर आर्म्स एक्ट के तहत धारा लगाई गई। जुलाई 2018 में भी दूसरा केस दर्ज हुआ। सरकारी काम में बाधा, कर्मचारी पर हमले का आरोप लगा और मारपीट के 2 केस में पहले भी जेल जा चुका है। पुलिस के मुताबिक अंसार ही इस पूरी हिंसा का मास्टरमाइंड है लेकिन पत्नी का कहना है कि वो बेकसूर है।
अंसार शेख पश्चिम बंगाल के हल्दिया में एक आलीशान घर का मालिक है, जहां उसकी एक परोपकारी व्यक्ति की छवि है। अब यह सामने आया है कि मामले के एक अन्य आरोपी शेख असलम का पैतृक निवास अंसार शेख के आवास से कुछ ही किलोमीटर दूर है, जिस पर जहांगीरपुरी में झड़प के दौरान गोली चलाने का आरोप है।
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वहीं जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान भड़की हिंसा के आरोपी को कथित रूप से हथियार की आपूर्ति करने के आरोप गुलाम रसूल उर्फ गुल्ली को दिल्ली पुलिस ने एक संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी आउटर नॉर्थ बृजेंद्र यादव ने कहा कि जहांगीरपुरी से हथियार सप्लायर को संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद पकड़ा गया, वह पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया था। उस पर 60 से अधिक मामले हैं।
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