- दिल्ली की राजेंद्र नगर सीट पर 23 जून को उपचुनाव
- आप के राघव चड्ढा इस सीट से थे विधायक
- राज्यसभा सांसद बनने के बाद हो रहा है उपचुनाव
दिल्ली की हाईप्रोफाइल सीट राजेंद्र नगर में 23 जून को विधानसभा उप चुनाव होगा और नतीजे 26 जून को जारी होंगे। कहने को तो चुनाव एक सीट पर होना है। लेकिन इसके नतीजे बीजेपी और आम आदमी पार्टी को प्रभावित करने वाले होंगे। यह सीट आप के कद्दावर चेहरे राघव चड्ढा के कब्जे में थी और उनके राज्यसभा में जाने के बाद आप ने दुर्गेश पाठक को चुनावी संग्राम में उतारा है। दरअसल इस चुनाव से पहले बीजेपी के कब्जे वाली नगर निगम ने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया था जो चर्चा के केंद्र में था। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि क्या अवैध कब्जे के नाम पर बीजेपी पूरी दिल्ली को उजाड़ देगी। यह चुनाव अतिक्रमण के खिलाफ अभियान और फ्री बिजली पानी के बीच बताया जा रहा है। यह चुनाव इसलिए भी अहम है क्योंकि आने वाले समय में एमसीडी के चुनाव भी होने हैं।
बीजेपी की जीत के मायने
अब सवाल यह है कि अगर बीजेपी इस सीट को आप से छीनने में कामयाब होती है तो इसका अर्थ क्या है। जानकार कहते हैं कि अगर बीजेपी इस सीट को जीतने में कामयाब होती है तो उसके पास यह कहने के लिए होगा कि आप सरकार की लोकप्रियता में ह्रास हो रहा है। इसके साथ ही आप के उन आरोपों को बीजेपी जवाब दे सकती है जिसमें यह कहा गया कि अतिक्रमण के नाम पर गरीबों को उजाड़ा गया है। बीजेपी के पास यह कहने का मौका होगा कि दिल्ली की जनता ने इस विश्वास पर मुहर लगाई है कि पार्टी गरीबों के खिलाफ काम नहीं कर रही थी।
आप की जीत के मायने
जानकार कहते हैं कि अगर आप इस सीट को फिर से जीतने में कामयाब होती है तो केजरीवाल सरकार कहेगी कि बिजली और पानी दिल्ली के लोगों की मूलभूत जरूरत है और उसकी चिंता सरकार कर रही है। इसके साथ ही आप को यह कहने का मौका होगा कि दिल्ली की जनता ने बीजेपी के अतिक्रमण अभियान को नकार दिया है। आम आदमी पार्टी को एमसीडी चुनाव में एक बेहतरीन मुद्दा मिलेगा जिसके बारे में केजरीवाल पहले ही इशारा कर चुके हैं।