लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी बड़े और छोटे दलों को समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए लखनऊ के जिला चुनाव अधिकारी (डीईओ) ने चुनाव प्रचार के दौरान सेवाओं एवं खाने-पीने पर रेट तय किए हैं। इस रेट के मुताबिक उम्मीदवार नाश्ते पर (चार पूड़ी, एक मिठाई) 37 रुपए, चाय एवं समोसा पर छह-छह रुपए खर्च कर सकता है। मिनरल वाटर को एमआरपी पर खरीदा जा सकता है। इसी तरह से उम्मीदवार 16 रुपए में फूल की माला और दिन भर प्रचार के लिए 1575 रुपए में तीन ढोलकिए किराए पर ले सकते हैं।
स्कॉर्पियो, टवेरा के लिए 1,890 रुपए
रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव प्रचार के लिए जिला चुनाव अधिकारी ने लक्जरी गाड़ियों के रेट भी तय किए हैं। उम्मीदवार 21,000 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से बीएमडब्ल्यू एवं मर्सिडीज किराए पर ले सकते हैं। जबकि एसयूवी पजेरो स्पोर्ट के लिए अधिकतम 12,600 रुपए चुकाया जा सकता है। वहीं, इनोवा, फॉर्च्यूनर, क्वालिस के लिए 2,310 रुपए, स्कॉर्पियो, टवेरा के लिए 1,890 रुपए और जीप, बलेरो एवं सूमों के लिए 1,260 रुपए तय किया गया है। इसमें ईंधन की कीमत भी शामिल है।
इस बार 40 लाख रुपए खर्च कर सकेंगे उम्मीदवार
इससे पहले इस महीने की शुरुआत में चुनाव आयोग ने उम्मीदवारों के लिए खर्च की सीमा 40 लाख रुपए तय की। यानि उम्मीदवार इस बार 28 लाख रुपए की जगह चुनाव प्रचार में 40 लाख रुपए खर्च कर सकेंगे। चुनाव में सभी उम्मीदवारों को समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए चुनाव आयोग चुनाव प्रचार पर खर्च की सीमा निर्धारित करता है।
यूपी में सात चरणों में होगा मतदान
उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 403 सीटों के लिए इस बार चुनाव सात चरणों में हो रहे हैं। कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए चुनाव आयोग ने शारीरिक रूप से मौजूदगी वाली रैलियों, रोड शो एवं प्रचार पर रोक लगाई है। राजनीतिक दलों से वर्चुअल रैलियां करने के लिए कहा गया है। राज्य में इस बार मुख्य मुकाबला भाजपा एवं सपा के बीच है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि बसपा कई जगहों पर मुकाबले को त्रिकोणीय बना सकती है। यूपी में इस बार आम आदमी पार्टी भी चुनाव लड़ रही है। राज्य में पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा। चुनाव नतीजे 10 मार्च को आएंगे।