- समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका देने की तैयारी में है भारतीय जनता पार्टी
- मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव आज थामेंगी भाजपा का दामन
- यूपी चुनाव से पहले सपा और भाजपा में जारी है शह और मात का खेल
नई दिल्ली : तीन मंत्रियों सहित दर्जन भर के करीब भाजपा विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल करा समाजवादी पार्टी (सपा) भगवा पार्टी को तगड़ा झटका दे चुकी है। अब भाजपा भी जवाबी चुनावी हमला करने जा रही है। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव बुधवार को दिल्ली में भाजपा का दामन थामेंगी, यह तय हो गया है। भाजपा के एक बड़े नेता ने इस बारे में घोषणा भी की है। इसे मुलायम के पारिवारिक कुनबे में भाजपा की एक बड़ी सेंध के रूप में देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि अपर्णा जब दिल्ली में भाजपा में शामिल होंगी तो वहां सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे।
मुलायम के साढ़ू प्रमोद गुप्ता भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं
सूत्रों का कहना है कि भाजपा में शामिल होने के लिए अपर्णा दिल्ली के लिए रवाना हो चुकी हैं। सूत्र यह भी बताते हैं कि मुलायम के साढ़ू प्रमोद गुप्ता भी भाजपा में शामिल हो रहे हैं। मुलायम के समधी हरिओम यादव पहले ही भाजपा में शामिल हो चुके हैं। बता दें कि अपर्णा, मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना यादव के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं। अपर्णा काफी पढ़ी लिखी हैं। उन्होंने ब्रिटेन की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। अपर्णा और प्रतीक की शादी दिसंबर 2011 में मुलायम सिंह यादव के पैतृक गांव सैफई में हुई।
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लखनऊ कैंट से चुनाव हार गई थीं अपर्णा
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में अपर्णा ने सपा के टिकट पर लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ा था लेकिन इस चुनाव में उन्हें कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुईं रीता बहुगुणा जोशी के सामने हार का सामना करना पड़ा। मुलायम की बहू 'bAware'नाम से एक संगठन चलाती हैं। यह संगठन महिलाओं की सुरक्षा एवं गायों को शेल्टर देने के लिए काम करता है। बीते कई मौकों पर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास कार्यों की सराहना कर सुर्खियों में आ चुकी हैं। इसके पहले भी उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चा हो चुकी है।
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इस बार यूपी में 7 चरणों में चुनाव
उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 403 सीटों के लिए इस बार चुनाव सात चरणों में हो रहे हैं। कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए चुनाव आयोग ने शारीरिक रूप से मौजूदगी वाली रैलियों, रोड शो एवं प्रचार पर रोक लगाई है। राजनीतिक दलों से वर्चुअल रैलियां करने के लिए कहा गया है। राज्य में इस बार मुख्य मुकाबला भाजपा एवं सपा के बीच है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि बसपा कई जगहों पर मुकाबले को त्रिकोणीय बना सकती है। यूपी में इस बार आम आदमी पार्टी भी चुनाव लड़ रही है। राज्य में पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा।