- वाराणसी में EVM से छेड़छाड़ के आरोप को लेकर सियासत हुई शुरू
- अखिलेश यादव ने प्रशासन और राज्य सरकार पर गंभीर सवाल उठाएं हैं
- चुनाव आयोग ने अखिलेश यादव के आरोपों का दिया जवाब
नई दिल्ली: वाराणसी में EVM को लेकर जमकर हंगामा हुआ है। ये हंगामा किया है समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने। समाजवादी पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि पहड़िया मंडी में रखे गए EVM गड़बड़ी के लिए कहीं ले जाया जा रहा है और इसके बाद ट्रक रोक कर जमकर बवाल किया। EVM को लेकर बवाल की सूचना मिलते ही प्रशासन के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता को ये समझने में जुटे कि ये EVM ट्रेनिंग के लिए हैं इस EVM का पोलिंग कराए गए EVM से कोई मतलब नहीं है।
चुनाव आयोग का बयान
इस आरोप का जवाब देते हुए मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, 'कुछ राजनीतिक दलों ने हमारे ध्यान में लाया है कि वाराणसी जिले में कुछ ईवीएम को एक वाहन में ले जाया जा रहा था। जांच करने पर पता चला कि ये ईवीएम प्रशिक्षण के उद्देश्य से थीं। इन ईवीएम को 9 मार्च, 2022 को राज्य के एक कॉलेज में प्रशिक्षण स्थानों पर ले जाया जा रहा था और एक खाद्यान्न गोदाम में रखा गया था।' सीईओ ने आगे कहा, 'इन ईवीएम के परिवहन के दौरान, एक राजनीतिक दल के कुछ सदस्यों ने वाहन को रोक दिया और अफवाह फैलाना शुरू कर दिया कि वाहन में वोटों की गिनती के लिए ईवीएम हैं।'
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हुआ था बवाल
आरोपों के बाद वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने मंगलवार को कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। शर्मा ने कहा, 'लगभग 20 ईवीएम को प्रशिक्षण के लिए यूपी कॉलेज ले जाया जा रहा था। कुछ राजनीतिक लोगों ने वाहन रोक दिया और यह कहकर अफवाह फैला दी कि इन ईवीएम का इस्तेमाल चुनाव में किया गया था। जबकि स्ट्रांग रूम अलग है और पकड़ी गई यह ईवीएम मशीन अलग है। कल मतगणना ड्यूटी के लिए प्रतिनियुक्त कर्मचारियों का यह दूसरा प्रशिक्षण है और इन मशीनों का प्रयोग प्रशिक्षण में हमेशा व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए किया जाता है।'
कूड़े में बैलेट पेपर
वाराणसी के पहड़िया मंडी स्थित स्ट्रांग रूम के बाहर एक गाड़ी से EVM मिली। इसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। बरेली के बहेड़ी में कूड़े की गाड़ी में बैलेट पेपर्स से भरे 3 बॉक्स मिले हैं। इसके बाद यहां हंगामा शुरू हो गया। चुनाव आयोग ने वाराणसी कि घटना में प्रेस नोट जारी कर बताया की ज़िला निर्वाचन अधिकारी की जाँच में सामने आया है की ये ईवीएम मशीने कमरचारियो की ट्रेनिंग के लिए थी । मतदान वाली ईवीएम मशीन एकदम सुरक्षित हैं और सीसीटीवी कैमरे की निगरानी मैं हैं।