- सीएम योगी का राहुल गांधी पर बड़ा हमला- एक्सीडेंटल हिंदू खुद को असली हिंदू नहीं कह सकते
- 'अमेठी के पू्र्व सांसद में संस्कारों की कमी'
- 'हिंदू और हिंदुत्व का फर्क बताते हैं'
Sawal Public Ka: सीएम योगी आदित्यनाथ अमेठी में सरकारी मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास और 200 बेड वाले जिला अस्पताल के उद्घाटन के मौके पर पहुंचे थे। योगी ने आरोप लगाया कि अमेठी के पूर्व सांसद केरल में अमेठी वालों को कोसते हैं। लेकिन राहुल पर योगी का असली निशाना हिंदुत्व के मुद्दे पर था। योगी ने कहा है कि जिनके पूर्वज खुद को एक्सीडेंटल हिंदू कहते थे, वो खुद को हिंदू नहीं कह सकते। राहुल पर योगी की चोट सीधी थी। योगी ने कहा कि जो लोग हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ करना चाहते थे वो चुनाव के समय हिंदू बनने निकल पड़ते हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा "हम कहते हैं कहते रहेंगे गर्व से कहो हम हिंदू हैं " "जिनके पूर्वज खुद को एक्सीडेंटल हिंदू कहते थे वो खुद को हिंदू नहीं बोल सकते।" "जिन्हें मंदिर में बैठने का तरीका नहीं मालूम वे हिंदू और हिंदुत्व का फर्क करें तो ये बुद्धि का फेर है" "हम कहते हैं कहते रहेंगे, गर्व से कहो हम हिंदू हैं " उन्होने कहा कि हम लोगों में कोई छुपाव भी नहीं है कोई घबराहट भी नहीं है। जब मुख्यमंत्री नहीं थे तब भी कहते थे, आज भी कहते हैं, आगे भी कहेंगे कि गर्व से कहो हम हिंदू हैं। जिन लोगों ने विभाजनकारी राजनीति को सदैव अपनाया, विघटन और विभाजन जिनके जींस का हिस्सा है, जिनके पूर्वज कहते थे हम तो एक्सीडेन्टली हिंदू हैं तो वो लोग अपने को हिंदू नहीं बोल सकते। उन्होंने कहा कि अमेठी के पूर्व सांसद को मंदिर में बैठने का तरीका नहीं मालूम है, अब अगर इतने संस्कार भी नहीं मालूम और वे हिंदू और हिंदुत्व का फर्क करें तो फिर ये उनकी बुद्धि का फेर है।
सीएम योगी ने कहा कि जब चुनाव आता है तब निकल पड़ते हैं हिंदू बनने। देश में सांप्रदायिकता विरोधी कानून लाकर इस देश के हिन्दुओं को कैद कर देना चाहते थे, उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ करना चाहते थे और जब कोई चुनाव आता था तब ये निकल पड़ते थे हिंदू बनने।
अमेठी में आज योगी के साथ-साथ वहां की सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी मौजूद थीं। दोनों नेताओं के निशाने पर सिर्फ राहुल गांधी ही नहीं आए। बल्कि उन्होंने SP और BSP को भी घेरा है। प्रदेश सरकार का बुलडोजर जब चलता है तो उस समय समाजवादी पार्टी के बबुआ को बुरा लगता है, भाई और बहन को बुरा लगता है। एक परिवार यहां आते हैं कहते हैं लड़की हूं. उन्होंने क्या किया यहां जे महिलाओ बहनों के लिए अमेठी को अंधकार में रखने का अपराध उस एक परिवार ने अकेले नहीं किया, हाथ में साइकिल को थामा और हाथ, साइकिल हाथी पर चढ़कर अमेठी के सपनों का तिरस्कार किया।
अमेठी से विपक्ष पर योगी आदित्यनाथ और स्मृति ईरानी के इस जोरदार हमले की राजनीति को समझने की जरूरत है। पिछले महीने राहुल ने अमेठी में एक चुनावी कार्यक्रम किया था। 2019 में अमेठी से हार के बाद राहुल दूसरी बार अमेठी पहुंचे थे और पहली बार ऐसा शक्ति प्रदर्शन किया था। अमेठी में राहुल ने हिंदूवादी और हिंदुत्ववादी के बीच फर्क बताने की कोशिश की थी।
2014 में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी की ओर से खुद को जनेऊधारी हिंदू साबित करने की कोशिश की गई है। वो पिछले कुछ चुनावों की तरह इस बार मंदिरों के दर्शन करते नहीं देखे जा रहे हैं, लेकिन हाल ही में उन्होंने कई मौकों पर बीजेपी को हिंदुत्ववादी कहा है। राहुल के मुताबिक हिंदुत्ववादी नफरत फैलाता है। अमेठी में बीजेपी को हासिल हुई राजनीतिक जमीन पर राहुल फिर कोई दावा कर सकें, उससे पहले आज योगी आदित्यनाथ और स्मृति ईरानी ने उन्हें राजनीतिक आईना दिखा दिया। और इसके लिए BJP के सबसे मजबूत दांव हिंदुत्व को चुना। हिंदुत्व की पिच पर बीजेपी की चुनौती से पार पाना विपक्षी दलों के लिए आसान नहीं।
सवाल पब्लिक का:-
1. क्या यूपी का मुद्दा 'असली हिंदू बनाम चुनावी हिंदू' का है ?
2. 'एक्सीडेंटल हिंदू' कहकर राहुल पर वार से वोट मिलेंगे ?
3. 'हिंदुत्व' की पिच पर राहुल गांधी फिर हिट विकेट होंगे ?
4. रोजगार-विकास पर चुनौती के बीच हिंदुत्व पर लड़ाई क्यों ?
5. एक्सीडेंटल हिंदू Vs एक्सीडेंटल योगी में जनता क्यों पिसे?