- काशी विश्वनाथ प्रोजेक्ट की सपा के शासनकाल में शुरू हुई-अखिलेश यादव
- 'इस दफा हम साक्ष्य भी पेश करेंगे'
- असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी की कवायद
13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ धाम का पीएम नरेंद्र मोदी लोकार्पण करने वाले हैं।लेकिन उससे ठीक पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ गलियारे की शुरुआत समाजवादी पार्टी ने की थी और इस समय वो साक्ष्य भी देंगे। यह सब सिर्फ इसलिए हो रहा है क्योंकि सरकार किसानों की इनकम के मुद्दे से भागना चाहती है, यह ध्यान बंटाने का तरीका है।
सरयू नहर प्रोजेक्ट के लोकार्पण के दौरान पीएम ने कसा था तंज
दरअसल सरयू नहर प्रोजेक्ट के लोकार्पण के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कुछ लोगों को फीता काटना ही पसंद आता है, उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट जो 10 से 12 साल में पूरा होना चाहिए था उसे पूरा करने में चालीस से पचास साल लग गए। जो काम इतने वर्षों में नहीं हुआ वो साढ़े चार साल में पूरा हुआ। दरअसल पिछली सरकारों की मानसिकता रही है कि वो सरकारी धन को सरकारी समझते रहे हैं। उन्हें कभी इस बात का अहसास नहीं हुआ कि सरकारी धन जनता की गाढ़ी कमाई है और उसका अपव्यय नहीं होना चाहिए।
कुछ लोगों को वोटबैंक का फिक्र
वोटबैंक की राजनीति करने वालों को इसकी सुधि कहां है। लेकिन केंद्र और राज्य की डबल इंजन वाली सरकार का फायदा आप लोगों के सामने है। कुछ लोगों ने राजनीति को अपने खुद के फायदे का मिशन बनाया, उन लोगों ने क्या किया यब बात किसी से छिपी नहीं है। आज जब पूरी दुनिया आगे बढ़ रही है तो कुछ लोग नहीं चाहते हैं प्रदेश का विकास हो।