लखनऊ : बैरिया सीट से अपना टिकट कटने के बाद भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने बागी तेवर अपना लिया है। सूत्रों का कहना है कि सिंह इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करने का फैसला किया है। वह मंगलवार को इस सीट से नामांकन दाखिल करेंगे। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को अपने 45 उम्मीदवारों की सूची जारी की। इस सूची में सिंह का नाम नहीं है। बैरिया सीट से योगी सरकार में राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला को टिकट दिया गया है। सुरेंद्र सिंह अपने विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में रहे हैं। हाल के दिनों में उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) मुखिया असदुद्दीन ओवैसी के बारे में विवादित बयान दिया है।
सिंह अपने बयानों से कई बार अपनी पार्टी को भी असहज स्थिति में डालते रहे हैं। समझा जाता है कि सिंह का 'बड़बोलापन' इस बार उनके खिलाफ गया है। टिकट कटने से सिंह पार्टी से नाराज हो गए हैं।
कई विधायकों के टिकट कटे
भाजपा की इस सूची में पूर्वांचल के उम्मीदवार शामिल हैं। इस बार पार्टी ने कई मौजूदा विधायकों का टिकट काटा है। अमेठी से संजय सिंह, बलिया नगर से दयाशंकर सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं वाराणसी उत्तर से रवींद्र जायसवाल, वाराणसी दक्षिण से नीलकंठ तिवारी, वाराणसी कैंट से सौरभ श्रीवास्तव, भदोही से रवींद्र त्रिपाठी और मिर्जापुर से रत्नाकर मिश्रा को टिकट दिया है। भाजपा उत्तर प्रदेश में अब तक 359 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है।
बलिया नगर से दयाशंकर सिंह को टिकट
दयाशंकर सिंह और उनकी पत्नी स्वाति सिंह दोनों सरोजिनी नगर से चुनाव लड़ने के लिए पार्टी के टिकट की मांग कर रहे थे। स्वाति सिंह वर्तमान में राज्य सरकार में मंत्री हैं। लखनऊ की सरोजिनी नगर से बीजेपी ने पूर्व प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी राजेश्वर सिंह को मैदान में उतारा है। पार्टी ने मौजूदा विधायक सुरेंद्र सिंह को हटा दिया है और बैरिया से राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला को मैदान में उतारा है।