उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब रीता बहुगुणा ने अपने बेटे के लिए टिकट मांगा है। टिकट मांगने के साथ ही रीता बहुगुणा ने ये भी कहा है कि अगर मौजूदा सांसद के बेटे को टिकट देने में दिक्कत है तो वो अपने पद से इस्तीफा दे सकती हैं।
उन्होंने कहा कि वह (बेटा मयंक जोशी) 2009 से काम कर रहे हैं और उन्होंने इसके लिए (लखनऊ कैंट से टिकट) आवेदन किया है। लेकिन अगर पार्टी ने प्रति परिवार केवल 1 व्यक्ति को टिकट देने का फैसला किया है, तो मयंक को टिकट मिलने पर मैं अपनी वर्तमान लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दूंगी।
रीता बहुगुणा ने आगे कहा कि मैंने यह प्रस्ताव बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखा था। मैं हमेशा बीजेपी के लिए काम करती रहूंगी। पार्टी मेरे प्रस्ताव को स्वीकार करने या न करने का विकल्प चुन सकती है। मैंने कई साल पहले ही घोषणा कर दी थी कि मैं चुनाव नहीं लड़ूंगी।
सपा ऑफिस के बाहर हाई वोल्टेज ड्रामा, टिकट न मिलने पर कार्यकर्ता ने की आत्मदाह की कोशिश
रीता बहुगुणा जोशी को जानिए
- लखनऊ कैंट से 2017 में चुनाव लड़ा
- मुलायम सिंह की बहू अपर्णा को हराया था
- 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ा
- 2017 से 2019 तक योगी कैबिनेट में मंत्री भी रहीं
- 20 अक्टूबर 2016 को बीजेपी में शामिल हुईं
- 24 साल तक कांग्रेस पार्टी से जुडी रहीं
- 2014 में लोकसभा चुनाव हार गईं थीं
- रीता बहुगुणा एक प्रसिद्ध लेखक भी हैं
- यूपी के पूर्व सीएम हेमवती नंदन की बेटी
टिकट ना मिलने पर चरणजीत सिंह चन्नी के भाई बोले- निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव