- सरकार बनने पर घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट और किसानों को फ्री बिजली देंगे- अखिलेश
- अखिलेश बोले सपा सरकार गठित होने के बाद पूरा करेंगे वादा
- इससे पहले शुक्रवार को ही अखिलेश ने बीजेपी पर साधा था निशाना
UP Election 2022: देश के सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य यूपी में इन दिनों विधानसभा चुनाव का प्रचार जोर शोर से चल रहा है। राजनीतिक दल जनता से लोकलुभावन वादे कर रहे हैं और हर कोई किसी भी तरह जनता को अपने पाले में करने की कोशिशों में जुटा हुआ है। इस बीच समाजवादी पार्टी के नेता और मुखिया अखिलेश यादव ने बड़ा चुनावी ऐलान किया है। अखिलेश ने वादा किया है कि यदि 2022 में उनकी सरकार बनती है सूबे की जनता को 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त दी जाएगी और किसाों को भी सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली मिलेगी।
अखिलेश का वादा
अखिलेश यादव ने इसका ऐलान करते हुए कहा, 'समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर 300 यूनिट घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को मुफ्त में प्रदान की जाएगा और किसानों को पहले की तरह सिंचाई के लिए बिजली मुफ्त मिलेगी।' सपा के ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट करते हुए कहा गया, 'घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 300 यूनिट बिजली समाजवादी सरकार में मुफ्त होगी।किसानों को सिंचाई के लिए बिजली मुफ्त मिलेगी। नववर्ष 2022 में समाजवादी सरकार बनने पर माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी का संकल्प।'
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, 'नव वर्ष की हार्दिक बधाई व शुभकामना! अब बाइस में ‘न्यू यूपी’ में नयी रोशनी से नया साल होगा 300 यूनिट घरेलू बिजली फ़्री व सिंचाई बिल माफ़ होगा। नव वर्ष सबको अमन-चैन, ख़ुशहाली दे। सपा सरकार आयेगी और 300 यूनिट फ़्री घरेलू बिजली व सिंचाई की बिजली मुफ़्त दिलवाएगी। #बाइस_में_बाइसिकल'
बीजेपी पर बोला था हमला
इससे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि इन्होंने राजनीति को दूषित किया है और ये नफरत की दुर्गंध फैलाने वाले लोग हैं। सपा प्रमुख ने शुक्रवार को कन्नौज में समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य पुष्पराज जैन के यहां छापेमारी के कुछ घंटों बाद पत्रकारों से बातचीत में भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा, ‘‘भाजपा के लोग नफरत फैलाने वाले लोग हैं और इन्होंने राजनीति को दूषित किया है, ये नफरत की दुर्गंध फैलाने वाले लोग हैं, ये सौहार्द और सुगंध को कैसे पसंद करेंगे।’’