उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में दमदार जीत के साथ बीजेपी एक बार फिर सत्ता में वापसी कर रही है। अभी मतगणना जारी है, लेकिन अब तक के चुनाव परिणाम बीजेपी की निर्णायक जीत को बता रहे हैं। बीजेपी ने उन क्षेत्रों में भी अच्छा प्रदर्शन किया, जहां से उसके प्रदर्शन पर असर पड़ने की उम्मीद की जा रही थी। इनमें लखीमपुर खीरी के अंतर्गत आने वाली आठ विधानसभा सीटें भी शामिल हैं, जहां से बीजेपी जीत की ओर अग्रसर है।
बीजेपी लखीमपुर खीरी जिले की सभी आठ विधानसभा सीटों- पलिया, निघासन, गोला गोरखनाथ, श्रीनगर, धौरहरा, लखीमपुर, कस्ता और मोहम्मदी पर निर्णायक बढ़त हासिल कर चुकी है। चुनाव परिणाम का औपचारिक ऐलान हालांकि बाकी है, लेकिन अभी तक के रूझानों में बीजेपी बढ़त बनाए हुए है, जिसे अंतिम परिणाम की तरह ही देखा जा रहा है। यह क्षेत्र किसान आंदोलन के दौरान केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की गाड़ी से कुचलकर 8 लोगों की मौत के बाद से सुर्खियों में था।
लखीमपुर हिंसा का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा 4 महीने बाद बाद हुआ रिहा, टिकैत ने जताया विरोध
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 3 अक्टूबर, 2021 को हिंसा हुई थी, जिसमें चार किसानों सहित आठ लोगों की जान चली गई थी। आरोप लगा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र की गाड़ी से कुचलकर यहां लोगों की मौत हुई। इस घटना का वीडियो भी सामने आया था। तभी से यहां चुनावी माहौल बदल गया था और कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी को यहां झटका लग सकता है। लेकिन चुनाव परिणाम से अलग ही तस्वीर सामने आई है।
5000 पन्नों की चार्जशीट में आशीष मिश्र मुख्य आरोपी, आरोपपत्र में जुड़ा रिश्तेदार का भी नाम
लखीमपुर हिंसा कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्र को इस मामले में गिरफ्तार भी किया गया था, जिनकी हाल ही में जमानत पर रिहाई हुई है। लखीमपुर खीरी की लखीमपुर सीट से जहां योगेश वर्मा बढ़त बनाए हुए हैं, वहीं श्रीनगर से मंजू त्यागी, निघासन से शशांक वर्मा, धौरहरा विनोद शंकर अवस्थी, पलिया से रोमी सहनी, कस्ता से सौरभ सिंह सोनू, मोहमदी से लोकेंद्र प्रताप और गोला से अरविंद गिरी शामिल हैं। बीजेपी ने 2017 के चुनाव में भी लखीमपुर खीरी की सभी आठ सीटों पर जीत हासिल की थी।