- चुनावी नतीजों ने राष्ट्रवाद पर मुहर लगाई- योगी आदित्यनाथ
- विकास की रफ्तार को और तेज किया जाएगा
- गोरखपुर में योगी आदित्यनाथ ने भगवान नरसिंह होलिकाोत्सव शोभा यात्रा में लिया हिस्सा
यूपी के सीएम-नामित योगी आदित्यनाथआप पिछले 10 दिनों से होली के जोश से जुड़े हैं. 2 साल में पहली बार होली पर कोरोना नियंत्रण में है और हमें इस कार्यक्रम में व्यक्तिगत रूप से भाग लेने का अवसर मिला है। दूसरे, यूपी ने एक बार फिर राष्ट्रवाद और सुशासन के लिए सरकार चुनी। उन्होंने कहा कि चुनावी नतीजों ने कई मिथकों को तोड़ दिया। जो लोग परिवारवाद, जातिवाद की राजनीति में भरोसा करते थे उन्हें जनता ने सबक सिखा दिया है। यूपी की जनता सबका साथ, सबका विकास और सबके साथ न्याय में भरोसा करती है। हमारी सरकार का मकसद सिर्फ और सिर्फ उन लोगों तक पहुंचना था जो लोग विकास से कोसों पिछड़े रहे हैं।
2022 के नतीजे क्रांतिकारी बदलाव वाले
2022 के नतीजे क्रांतिकारी परिवर्तन लाने वाले हैं। प्रदेश की जनता ने एक ऐसी सरकार को चुना है जिसके लिए विकास ही मूल एजेंडा है। हमारे लिए किसी पंथ या मजहब से ज्यादा जरूरी है कि जिन नीतियों को हम जनता के सामने रखते हैं वो किस हद तक प्रभावी तौर पर उन्हें मदद दे सके। 2017 से 2022 के कालखंड में यूपी को आगे बढ़ाने के लिए जो फैसले लिए गए उनको आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है और वो समझते हैं कि उस मुहिम को और आगे ले जाने में वो कामयाब होंगे। बता दें कि मनोनीत सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरएसएस के तत्वावधान में गोरखपुर में 'भगवान नरसिंह होलिकाोत्सव शोभा यात्रा' में भाग लिया।
25 मार्च को योगी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह
योगी आदित्यनाथ 25 मार्च को दोबारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि लखनऊ के अटल स्टेडियम में शपथ ग्रहण समारोह दोपहर 4 बजे होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और अन्य, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और विपक्ष सहित कुछ प्रमुख नेता समारोह में शामिल होंगे।
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बीजेपी के खाते में 255 सीट
भाजपा ने उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार 403 सदस्यीय विधानसभा में 255 सीटें जीतने में कामयाब रही। मंत्रिमंडल के संबंध में इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि योगी मंत्रिमंडल में युवा और प्रशासनिक बैकग्राउंड वाले एमएलए या एमएसली को जगह मिल सकती है। 2024 के आम चुनाव को देखते हुए योगी मंत्रिमंडल के गठन पर बारीकी से ध्यान दिया जा रहा है ताकि पार्टी एक बार फिर सत्ता पर काबिज हो सके।