- एक्ट्रेस शमिता शेट्टी ने अपनी डिप्रेशन से लड़ाई के बारे में बताया है
- उन्होंने एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद एक नोट लिखा है
- उनका कहना है कि डिप्रेशन का शिकार कोई भी हो सकता है
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के दुनिया को को अलविदा कहने से हर कोई सदमे में है। उनकी मौत से मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। पुलिस ने बताया कि सुशांत डिप्रेशन से गुजर रहे थे। सुशांत के आत्महत्या करने के बाद एक्ट्रेस शमिता शेट्टी ने खुद के डिप्रेशन से जूझने के बारे में बताया है। उन्होंने डिप्रेशन के बारे में बताते हुए सभी से आग्रह किया कि जो भी इससे गुजर रहा है वो अकेले लड़ने की बजाय दूसरों की मदद ले। शमिता ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंड पर इस संबंध में एक नोट शेयर किया है। उन्होंने इसमें कहा कि अपने प्रियजनों से मिलें, मनोरोग विशेषज्ञ की मदद लें और डिप्रेशन से लड़ें।
शमिता ने लिखा, 'हममें से कोई भी डिप्रेशन का शिकार हो सकता है। इसे पहचानें। इसे स्वीकार करें। मदद हासिल करें जैसे भी आप कर सकते हैं!! यह आपको एक बहुत ही अंधेरी जगह में खींच सकता है, जहां उम्मीद और खुशी मौजूद नहीं है। यह आपको तोड़ने की कोशिश करता है। यह आत्मा के हर हिस्से पर असर करता है। हर चीज आपको दर्द देती है। आप इस भयानक अंधेरी दुनिया में अपने सबसे बड़े दुश्मन बन जाते हैं। यह आपकी वास्तविकता बन जाती है!! जिस दुनिया में हम रहते हैं वो आपकी यात्रा को नहीं जानते। .. फिर भी लोग आपके बारे में राय बनाने लगते हैं। नफरत करते हैं! आपको नीचे खींचने का इंतजार करते हैं!!'
उन्होंने कहा, 'आप खुद के लक्ष्यों और उम्मीदों की नजर में गिर जाते हैं। फिर आप खुद ही खुद को आंकने की कोशिश करना शुरू कर देते हैं। तब आप अपना अंधेरा और घना कर लेते हैं। इसमें कोई भी मायने नहीं रखता है क्योंकि यह आपकी अकेले की यात्रा है !!!' शमिता ने कहा कि उन्हें अपने डिप्रेशन को समझने में कुछ समय लगा। उन्होंने लिखा, 'मैं दर्द को जानती हूं क्योंकि मैं इससे गुजरी हूं। मुझे इसे पहचानने और इसे स्वीकार करने में थोड़ा समय लगा। हिम्मत जुटाकर इसकी आंखों में देखो और कहो कि मैं तुमसे ज्यादा मजबूत हूं। मैं तुम्हें परास्त कर दूंगा! मुझे नहीं पता कि आज मैं क्यों लिख रही हूं। मुझे लगता है कि यह दुनिया बदल रही है। हमारे चारों ओर बहुत कुछ हो रहा है जो हमें बदल रहा है, लेकिन इन हालात में हमें कमजोर नहीं मजबूत बनना है।'
डिप्रेशन से गुजर रहे सभी लोगों मदद लेने के की सलाह देते हुए शमिता ने कहा कि डार्क फेज पर काबू पाने से व्यक्ति 'काफी मजबूत' बन जाता है। उन्होंने लिखा कि आपको डिप्रेशन से लड़ने के लिए मदद लेनी है। इससे अकेले लड़ने की कोशिश नहीं करें बल्कि लोगों से संपर्क करें! आपी तरह कई और लोग भी इससे गुजर रहे है। अपने प्रियजनों से संपर्क करें, मनोचिकित्सक की मदद लें और इससे लड़ाई लड़ें! जब आप ऐसा करेंगे तो मैं आपको अनुभव से बताता हूं कि यह आपको एक मजबूत व्यक्ति बना देगा! आप खुद को अहमियत देना और प्यार करना और रिश्तों को अहमितयत देना सीखते हैं। आप वास्तव में समझ पाते हैं कि क्या मायने रखता है और क्या चिंतन करने लायक नहीं है।
उन्होंने आगे लिखा, 'लोग कहते हैं कि आप तब तक अपनी ताकत को नहीं जानते जब तक कि आप उर संघर्षों का सामना नहीं करते। जीवन एक आशीर्वाद है। हमें उन सभी यादों को याद करने की जरूरत है जिनसे हमें खुशी मिले और हमारे चेहरे पर मुस्कान आए। उन सभी कठिन समयों को याद करें जिन्हें आपने अपने अतीत में जीता था। आपको एहसास होगा कि किसी भी स्थिति को पार करना बहुत मुश्किल नहीं है !!! हम सभी के पास किसी भी चीज से निपटने की आंतरिक शक्ति है जो यह दुनिया हमारी तरफ फेंकती है। हमें बस इसे चैनलाइज करना है और सामना करना है!!'