23 दिसंबर को नई दिल्ली में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेताओं को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने पुरस्कार प्रदान किए थे। इस कार्यक्रम में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन शामिल नहीं हो सके थे, जबकि उन्हें इस कार्यक्रम में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा जाना था। अमिताभ बच्चन ने ट्वीट कर खराब तबियत का हवाला दिया था और कार्यक्रम में शामिल ना हो पाने के लिए माफी मांगी थीं।
हालांकि चर्चा ये भी थी कि अमिताभ बच्चन ने राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कार लेने की इच्छा जताई थी और इसी वजह से वह नहीं आए। हालांकि बाकी विजेताओं ने भी यही शिकायत की थी कि पुरस्कार राष्ट्रपति के हाथ से दिया जाना चाहिए। बता दें कि 1954 से लगातार भारत गणराज्य के राष्ट्रपति ही फिल्म पुरस्कार प्रदान करते आए हैं लेकिन बीते साल से यह परंपरा टूटी है। बीते साल राष्ट्रपति ने कुछ ही पुरस्कार दिए थे और बाकी पुरस्कार केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिए थे। इसका भी खूब विरोध हुआ था और कई विजेताओं ने पुरस्कार लेने से इंकार कर दिया था।
कुछ वक्त पहले ही सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने अब अमिताभ को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार देने की तैयारी की थी। प्रकाश जावडेकर के अनुसार 29 दिसंबर को दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 76 साल के अमिताभ बच्चन को यह पुरस्कार प्रदान करने वाले हैं। इस बीच एक और खबर सामने आ रही है। 23 दिसंबर को समारोह में शामिल हुए विजेताओं को फिर से दिल्ली बुलाया गया है।
सभी विजेताओं को राष्ट्रपति के साथ चाय कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन भी सम्मानित होंगे, वहीं सभी विजेताओं को राष्ट्रपति के साथ तस्वीर खिंचाने का मौका भी दिया जाएगा।