आमतौर पर करैक्टर आर्टिस्ट्स को बॉलीवुड में हल्के तौर पर लिया जाता है। लेकिन सीनियर एक्टर ओम प्रकाश के साथ ऐसा नहीं था। बल्कि उनके बारे में कहा जाता है कि दिलीप कुमार भी उनके सामने अभिनय करने तक से घबराते थे। अगर आप इन ओम प्रकाश को नहीं पहचान पाए तो जान लें कि ये वही एक्टर हैं जो नमक हलाल में अमिताभ बच्चन के दद्दू बने थे।
ओम प्रकाश ने अपना करियर 1942 में शुरू किया था। अपने करियर में उन्होंने 300 से ऊपर फिल्मों में काम किया था और मजबूत पिता, विलेन, कॉमेडियन जैसे तमाम किरदारों में अपने हुनर को साबित किया। उनका निधन 21 फरवरी 1998 में हार्ट अटैक के बाद कोमा में जाने से हुआ था।
यहां जानें ओम प्रकाश के बारे में 10 खास बातें / 10 major facts about Om Prakash
- ओम प्रकाश ने 1937 में ऑल इंडिया रेडियो जॉइन किया था। वह फतेह दिन के नाम से जाने जाते थे और पंजाब प्रांत में खासे मशहूर थे।
- जम्मू के रहने वाले ओम प्रकाश को एक शादी में लोगों का मनोरंजन करते हुए दलसुख पंचोली ने स्पॉट किया था।
- बंटवारे के बाद वह दिल्ली होते हुए बॉम्बे पहुंचे थे और बीआर चोपड़ा, जो उस समय फिल्म क्रिटिक और जर्नलिस्ट थे, ने उनके टैलेंट को पहचानते हुए इंडस्ट्री में और स्ट्रगल करने की सलाह दी थी।
- उन्होंने लखपति नाम की फिल्म में पहली बार विलेन का किरदार निभाया था। इसके दम पर उनको लाहौर, चार दिन, रात की रानी जैसी फिल्मों में काम मिला।
- इसके बाद उनको इंतजार नहीं करना पड़ा और दिलीप कुमार, राज कपूर, किशोर कुमार, अशोक कुमार, देव आनंद के साथ लगातार काम करने का मौका मिला और इन पॉपुलर स्टार्स की मौजूदगी में अपनी पहचान भी बनाई।
- गोपी में उनका काम बेस्ट माना जाता है। दिलीप कुमार ने एक बार खुद कहा था कि अभिनय करते हुए वह एक ही बार डरे हैं और वह गोपी में ओम प्रकाश जी ने सामना होना था। उनके अभिनय के आगे मैं हार गया था।
- ओम प्रकाश को फिल्मों के अलावा थिएटर और म्यूजिक से भी लगाव था। उन्होंने 12 साल की उम्र से शास्त्रीय संगीत सीखना शुरू किया था।
- अमिताभ बच्चन के साथ ओम प्रकाश की स्पेशल बॉन्डिंग थी और दोनों ने जंजीर से लेकर शराबी तक - कई फिल्मों में साथ काम किया। नमक हलाल भी इन्हीं में से एक है।
- बतौर प्रोड्यूसर ओम प्रकाश ने संजोग, जहां आरा और गेटवे ऑफ इंडिया जैसी फिल्मों का निर्माण किया।
- 21 फरवरी 1998 को ओम प्रकाश का निधन हुआ था। घर पर हार्ट अटैक आने की वजह से उनको लीलावती हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां एक और अटैक आने की वजह से वह कोमा में चले गए थे।
बेशक ओम प्रकाश जैसे कलाकार इंडस्ट्री में कम ही हुए हैं। लेकिन अपनी फिल्मों और किरदारों के साथ वह आज भी हर सिने प्रेमी के दिल में जिंदा हैं।