- सुशांत सिंह राजपूत के निधन को एक साल पूरा हो गया है।
- एक साल बाद एम्स के मेडिकल बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट सीबीआई फॉरेंसिक टीम को सौंप दी है।
- सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून 2020 को सुबह लगभग 10 बजकर 10 मिनट में आत्महत्या की है।
मुंबई. सुशांत सिंह राजपूत की मौत को आज एक साल पूरे हो गए हैं। साल भर बाद एम्स के मेडिकल बोर्ड की प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट में ये कंफर्म किया गया है कि सुशांत की मौत आत्महत्या से हुई है।
सीबीआई द्वारा गठित एम्स की फॉरेंसिक टीम की रिपोर्ट के मुताबिक सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून 2020 को सुबह लगभग 10 बजकर 10 मिनट में आत्महत्या की है। उन्होंने 9.30 बजे पानी और अनार का जूस पीया था।
रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने अपने घर के नौकर से ये दो चीज मंगाई थी। जूस और पानी को मुंह से गॉल ब्लैडर तक जाने में कुछ वक्त लगा है। इसके अलावा सुशांत के शरीर में चोट के कोई निशान नहीं है। इसके अलावा शरीर में शराब भी नहीं है।
ये है मौत का कारण
फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक सुशांत की मौत का कारण एस्फिक्सिया बताया गया है। एस्फिक्सिया तब होता है जब आपके शरीर को आपको पास से बाहर रखने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती है।
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि यदि सुशांत ने शराब या सिगरेट पी होती तो एस्फिक्सिया के कारण उनकी मौत का पता लगाना आसान नहीं होती। वहीं, गर्दन पर निशान लटकने के कारण है।
सीबीआई को सौंपी रिपोर्ट
एम्स के मेडिकल बोर्ड के सदस्य डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने कहा, 'हमने अपनी जांच रिपोर्ट सीबीआई को सौंप दी है। एम्स का मेडिकल बोर्ड मुंबई पहुंचा था और उसने क्राइम सीन को रीक्रिएट किया ताकि गर्दन के निशान की जांच कर सके।'
सुधीर गुप्ता के मुताबिक, 'हमारी टीम में सात डॉक्टर थे। हमारी टीम की पांच से छह घंटे तक मीटिंग चली। इसमें सभी ने सर्वसम्मति से फैसला किया कि उनकी मौत एस्फिक्सिया के कारण हुई है, जो एक सुसाइड है।'