- मीडिया और मनोरंजन उद्योग की समन्वय समिति ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
- 15 दिन के बंद के दौरान फिल्म निर्माताओं के सामने फिर खड़ी हुई चुनौती
- कोरोना केस बढ़ने के बाद महाराष्ट्र में किया गया था धारा 144 के साथ कर्फ्यू का ऐलान
मुंबई: मीडिया और मनोरंजन उद्योग की समन्वय समिति, जिसमें IMPPA, IFTDA, FWICE और CINTAA जैसे फिल्म निकाय शामिल हैं, सभी ने मिलकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि 15 दिनों के कर्फ्यू के दौरान उनके सीमित स्तर पर काम करने की अनुमति दी जाए। उद्योग 15 दिनों के लिए बंद होने को लेकर पत्र में आग्रह किया गया है कि बंद वातावरण में पोस्ट-प्रोडक्शन के काम को करने की अनुमति दी जानी चाहिए ताकि प्रसारण के लिए कंटेंट को एडिट किया जा सके।
इसके अलावा, उन्होंने अनुरोध किया है कि प्रोड्यूसरों को होने वाले नुकसान से बचने के लिए इस निर्माण कार्य की अनुमति दी जानी चाहिए। निर्माण श्रमिकों की तरह, सेट बिल्डिंग से जुड़े लोग भी सभी सावधानियों के साथ सेट पर रहकर काम कर सकते हैं। दैनिक वेतन भोगियों के लिए घोषित वित्तीय पैकेज को एम एंड ई श्रमिकों, तकनीकी विभाग के लोगों और अभिनेताओं के लिए भी छूट बढ़ाई जाने सहित पत्र में कई तरह के अनुरोध किए गए हैं।
अंत में, निकाय ने आग्रह किया कि यदि संभव हो तो फिल्म सिटी और मीरा-भायंदर क्षेत्र में टीकाकरण केंद्र और फिल्म व टीवी कर्मचारियों के लिए खानपान की स्थापना की जाए।
बता दें कि कर्फ्यू की घोषणा के बाद, कई बड़ी फिल्मों की शूटिंग रुकी हुई है। खबरों के मुताबिक, नए दिशानिर्देशों ने शाहरुख खान अभिनीत फिल्म पठान और सलमान खान अभिनीत टाइगर 3 जैसी फिल्मों के काम को रोक दिया है और इनकी शूटिंग अस्थाई रूप से रुक गई है।
14 अप्रैल को हुआ था ऐलान: बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य को संबोधित करते हुए 14 अप्रैल की रात 8 बजे से महाराष्ट्र में नई पाबंदियां लागू की थीं। अब सख्त कदम उठाने की जरूरत बताते हुए सीएम ने 'ब्रेक द चेन' अभियान लागू किया था। पूरे राज्य में धारा 144 लागू करने के साथ अगले 15 दिन संचारबंदी का ऐलान किया गया था।