- कंगना रनौत के ऑफिस पर बीएमसी ने बुलडोजर चला दिया है
- इस कार्रवाई के बाद कंगना रनौत के समर्थन में आए लोग
- हिमाचल प्रदेश महिला आयोग ने लिखा पत्र, जांच की मांग
महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने अदाकारा कंगना रनौत के ऑफिस को अवैध निर्माण बताते हुए तोड़ दिया है। इस कार्रवाई को बदले की भावना बताते हुए हर तरफ निंदा हो रही है। इस कार्रवाई के बाद कंगना रनौत के समर्थन में हिमाचल प्रदेश महिला आयोग आ गया है। राज्य महिला आयोग ने राष्ट्रीय महिला आयोग और महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग को पत्र लिखकर कंगना रनौत का शोषण करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही महिला आयोग ने कार्रवाई के साथ ही एक्शन टेकन रिपोर्ट की एक प्रति भी मुहैया कराने की मांग की है।
बता दें कि बुधवार को बीएमसी की जेसीबी मशीन और दर्जनभर से अधिक कर्मियों ने कंगना रनौत के ऑफिस को अंदर और बाहर से तहस नहस कर दिया था। यह कार्रवाई तक की गई जब कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश से मुंबई के रास्ते में थीं। सोशल मीडिया पर उद्धव ठाकरे सरकार का खूब विरोध हो रहा है और कंगना के समर्थन में लोग जुट गए हैं।
कंगना के समर्थन में उठी आवाज
एक तरफ सोशल मीडिया पर कंगना रनौत को समर्थन मिल रहा है, वहीं शिवसेना के विरुद्ध लोग सड़क पर आ गए हैं। हिमाचल प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में महाराष्ट्र सरकार, उद्धव ठाकरे और संजय राउत के पुतले जलाए गए। कई राज्यों से सीएम उद्धव ठाकरे को चूड़ियां भी भेजी गई हैं।
ना डरूंगी और ना झुकूंगी: कंगना रनौत
महाराष्ट्र सरकार की इस कार्रवाई और लगातार मिल रही धमकियों पर कंगना रनौत ने कहा कि ना उन्हें कोई डरा पाएगा और ना कोई झुका पाएगा। उन्होंने ट्वीट किया- रानी लक्ष्मीबाई के साहस, शौर्य और बलिदान को मैंने फिल्म के जरिए जिया है। दुख की बात यह है मुझे मेरे ही महाराष्ट्र में आने से रोका जा रहा है। मैं रानी लक्ष्मीबाई के पद चिन्हों पर चलूंगी। ना डरूंगी, ना झुकूंगी। गलत के ख़िलाफ़ मुखर होकर आवाज उठाती रहूंगी। जय महाराष्ट्र, जय शिवाजी।