- इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया की तैयारी शुरू
- 20 से 28 नवंबर के बीच हर साल गोवा में होता है महोत्सव
- समारोह में उम्दा कलाकारों और फिल्मों को पुरस्कृत किया जाता है
International film festival of india 2020: हिंदी सिनेमा के सबसे महत्वपूर्ण आयोजन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया की तैयारी शुरू हो गई है। गोवा के हर साल होने वाले इस आयोजन का पूरे फिल्म जगत को इंतजार रहता है। इस बार माना जा रहा था कि कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से यह आयोजन प्रभावित हो सकता है लेकिन गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने साफ कर दिया कि आयोजन जरूर होगा और तय समय पर होगा।
इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (इफ्फी) केंद्र सरकार का एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय सरकारी फिल्म फेस्टिवल है जिसमें दुनिया भर के फिल्म निर्माता और निर्देशक शामिल होते हैं। इस समारोह में उम्दा कलाकारों और फिल्मों को पुरस्कृत किया जाता है। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि गोवा फिल्म फेस्टिवल अपने तय समय 20 नवंबर से 28 नवंबर के बीच आयोजित किया जाएगा।
महोत्सव के दौरान सूचना एवं संचार विभाग की तरफ से जारी किए गए सभी दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा। मुख्यमंत्री का यह बयान विपक्ष के नेता दिगंबर कामत को पसंद नहीं आया। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस फैसले का विरोध किया है। उन्होंने लिखा कि देश कोरोना जैसी महामारी और कठिन परिस्थिति से गुजर रहा है इसलिए राज्य में इस आयोजन को ना कराया जाए।
रजनीकांत ने छुए थे अमिताभ के पैर
20 से 28 नवंबर तब गोवा में होने वाला यह आयोजन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया का 50वां संस्करण होगा। बीते साल ओपनिंग के मौके पर सुपरस्टार रजनीकांत को बड़ा सम्मान दिया गया था। उन्हें 'आइकन ऑफ गोल्डन जुबली' सम्मान से नवाजा गया था। महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन को भी यहां सम्मानित किया गया था। अमिताभ बच्चन को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार सुपरस्टार रजनीकांत ने प्रदान किया गया था। अवॉर्ड लेते समय रजनीकांत ने कहा कि अमिताभ बच्चन उनकी प्रेरणा हैं और अपनी स्पीच के बाद उन्होंने अमिताभ के पैर छुए थे। इस दौरान समारोह स्थल तालियों से गूंज गया था।