- जावेद अख्तर ने बताया- क्या करते अगर बच्चे लेते ड्रग्स
- बोले- पहले मना करता और समझाता, नहीं मानते तो क्या करता
- बोले- चरस और गांजा जैसी चीजें अब हर कॉलेज के बाहर मिलती हैं
कुछ वक्त पहले गीतकार जावेद अख्तर ने फिल्म इंडस्ट्री में ड्रग्स मामले पर अपनी राय दी थी। जावेद अख्तर ने कहा था कि मैंने सिर्फ सुना है और कभी कोई ड्रग्स अपनी आंखों से नहीं देखा है। मैंने सुना है कि युवा ड्रग्स लेते हैं, लेकिन ये सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री तक ही सीमित नहीं है। ड्रग्स की बात है तो ये पूरे समाज के लिए एक रोग है। बात इस पर होनी चाहिए। इसके बाद अब जावेद अख्तर ने यह बताया कि उनके बच्चे अगर ड्रग्स लेते तो वह क्या करते?
हिंदुस्तान अखबार पर प्रकाशित खबर के अनुसार, जावेद अख्तर ने कहा कि अगर उन्हें पता चलता कि फरहान और जोया ड्रग्स लेते हैं तो वह उन्हें ऐसा नहीं करने के लिए समझाते। उन्होंने बताया- मैं कहता कि यह बिल्कुल सही नहीं है। साल 1991 के बाद मैंने शराब को हाथ नहीं लगाया। मेरे बच्चे अगर मेरी बात मान जाते तो ठीक, लेकिन नहीं मानते तो मैं क्या ही करता। बेटी और बेटा अब बड़े हो गए हैं।
इसके आगे जावेद अख्तर ने कहा, चरस और गांजा जैसी चीजें अब हर कॉलेज के बाहर मिलती हैं। इसे ड्रग्स से जोड़कर देखना गलत होगा। मैंने कभी नहीं सुना कि किसी ने मरिजुआना स्मोक करने के बाद मर्डर किया हो। बता दें कि जावेद अख्तर ने करण जौहर के पार्टी वीडियो पर भी कमेंट किया था।
संसद में उठ चुका है मामला
फिल्म इंडस्ट्री में ड्रग्स का मामला एक्टर और गोरखपुर सांसद रवि किशन ने संसद में उठाया था। उन्होंने कहा था कि ड्रग्स के मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए ताकि फिल्म जगत पर लगा धब्बा साफ हो सके। जया बच्चन ने इसके जवाब में राज्यसभा में कहा था कि- 'एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री हर रोज 5 लाख लोगों को सीधा रोजगार देती है। लेकिन इस पर निशाना साध कर बड़े मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए हमारा इस्तेमाल किया जा रहा है। लोग जिस थाली में खाते हैं, उसमें छेद नहीं करना चाहिए।'
एनसीबी कस चुकी है शिंकजा
सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या की जांच के दौरान निकलकर आए नशे के मामले पर नारकोटिक्स ब्यूरो खूब कार्रवाई कर रहा है। सबसे पहले रिया चक्रवर्ती और उनके भाई पर एनसीबी का शिकंजा कसा और उसके बाद कई अदाकाराओं से पूछताछ हुई। कहा जा रहा है कि एनसीबी की रडार पर कई एक्टर्स भी हैं और सबूत पुख्ता होने की स्थिति में उन्हें समन भेजा जा सकता है।