- फिल्म थलाइवी में पूर्व सीएम जे जयललिता के किरदार में कंगना रनौत
- एक्टिंग के अलावा राजनीति में प्रवेश को लेकर एक्ट्रेस ने कही ये बात
- बायोपिक के बाद कंगना को हुआ राजनीति के मुश्किल सफर का अंदाजा
Kangana Ranaut speak to join politics: फिल्म थलाइवी में तमिलनाडु की पूर्व सीएम जे जयललिता की बायोपिक में अहम भूमिका निभाने वाली कंगना रनौत यूं तो अपनी एक्टिंग से लोगों का दिल जीतती हैं, लेकिन क्या कंगना बतौर राजनेता भी उनके दिलों में जगह बनाना चाहती हैं। हाल ही में मीडिया से रूबरू होने के दौरान एक्ट्रेस से पूछे गए एक ऐसे ही सवाल का जवाब देते हुए कंगना ने कहा कि भविष्य में अगर लोग उन्हें चुनते हैं, तो वह जाहिर तौर पर इस ओर कदम रखना पसंद करेंगी।
कंगना के हमेशा से सामाजिक और राजनीतिक घटनाओं और मुद्दों के बारे में बेबाक तरीके से अपनी राय रखने के चलते वह हमेशा सुर्खियों में रहती है। यही वजह है कि अक्सर उनसे यह सवाल पूछा जाता है कि क्या वह एक्टिंग छोड़ राजनीति में कदम रखेंगी। हालांकि वह हमेशा इस बात को नकार देती हैं और कहती हैं कि वह एक्टिंग की दुनिया में खुद को ज्यादा सहज पाती हैं। मगर थलाइवी में एक राजनेता की भूमिका निभाने के बाद से ये सवाल दोबारा उठने लगे हैं।
गुरुवार को दिल्ली में एक प्रेस कार्यक्रम में, कंगना से राजनीतिक में आने को लेकर सवाल किए गए। तक उन्होंने कहा, "मैं एक राष्ट्रवादी हूं और मैं देश से जुड़े मुद्दों के बारे में बात करती हूं, इसलिए लोग सोचते हैं कि मैं राजनीतिक मुद्दों के बारे में बात करती हूं। हो सकता है कि यह वही बात हो, लेकिन मेरे लिए नहीं, क्योंकि मैं राजनेता नहीं हूं। मैं एक जिम्मेदार नागरिक और एक ऐसे व्यक्ति के रूप में बात करता हूं जिसे लोगों ने सेलिब्रिटी का दर्जा दिया है। इसलिए मैं लोगों और देश के अधिकारों की बात करती हूं।"
कंगना ने यह भी कहा, “मैं राजनेता बन सकती हूं या नहीं, यह मेरे हाथ में नहीं है। आप लोगों के समर्थन के बिना पंचायत चुनाव भी नहीं करा सकते। अगर राजनीति में आना है, तो यह इसलिए होगा क्योंकि लोग मुझे चाहते हैं, या अगर मेरे पास वह क्षमता है। अभी के लिए, मुझे लगता है कि मैं एक अभिनेत्री के रूप में अच्छी हूं, और मैं इससे खुश हूं। लेकिन भविष्य में, अगर लोग मुझे चुनते हैं, मुझे चुनते हैं, तो मैं निश्चित रूप से इसे पसंद करूंगी।"
थलाइवी में जयललिता का किरदार निभाने के अपने अनुभव के बारे में भी कंगना ने बात की और कहा, “इस फिल्म को करने के बाद, मुझे एहसास हुआ कि राजनीति में बहुत मेहनत है और इसमें बहुत प्रतिस्पर्धा है। राजनीति शतरंज खेलने के समान है। आपके दोस्त आपके दुश्मन बन जाते हैं, आपकी जान को खतरा है।"