- करीना कपूर ने खुद को इंडस्ट्री के अंदर का व्यक्ति बताए जाने वाले लेबल पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
- करीना ने बताया कि मैंने भी यहां तक आने के लिए संघर्ष किया है, लेकिन बस ये दूसरों की तरह दिलचस्प नहीं है।
- करीना ने कहा लोग सोचते हैं कि अगर किसी का नाम, शोहरत और पैसा है, तो वे बुरे हैं।
सुशांत सिंह राजपूत की सुसाइड ने नेपोटिज्म और फिल्म उद्योग में बाहरी लोगों के साथ कैसा व्यवहार होता है, इस बहस को एकबार फिर से खड़ा कर दिया है। इसी वजह से कई स्टार किड्स सोशल मीडिया यूजर्स के गुस्से का सामना कर रहे हैं। कंगना रनौत, सुशांत की मौत के बाद खुलकर नेपोटिज्म पर बात कर रही हैं। इतना ही नहीं कंगना ने हाल ही में करीना कपूर खान पर भी चुटकी ली थी और उन्हें 'भाई-भतीजावाद' का प्रोडक्ट बताया था।
अब करीना कपूर ने इस मामले पर एक इंटरव्यू में खुलकर बात की है। करीना कपूर खान ने बॉलीवुड के खुद को अंदर का व्यक्ति बताए जाने वाले लेबल पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। अभिनेत्री करीना कपूर ने हाल ही में फिल्म इंडस्ट्री में 20 सक्सेसफुल साल पूरे किए हैं। ऐसे में करीना कपूर ने बताया कि मैंने भी यहां तक आने के लिए संघर्ष किया है, लेकिन हां यह उतना दिलचस्प नहीं है कि कोई कम पैसे लेकर ट्रेन में सफर कर यहां तक आया हो।
अभिनेत्री करीना कपूर बताती हैं, '21 साल तक काम सिर्फ भाई-भतीजावाद के दम पर तो नहीं हुआ होगा। यह संभव नहीं है। मैं सुपरस्टार्स के बच्चों में से एक लंबी लिस्ट दे सकती हूं, जो उनकी तरह वैसा नहीं कर पाए। एक डॉक्टर का बेटा भी अपने माता-पिता की तरह ही बनना चाहता है।'
फर्क सिर्फ यह है कि मेरा स्ट्रगल दिलचस्प नहीं है: करीना कपूर
करीना कपूर बताती हैं, 'हर किसी को यहां बिना पूरी कहानी जानें और समझे लोगों पर हमला करने की आदत है। लोग सोचते हैं कि अगर किसी का नाम, शोहरत और पैसा है, तो वे बुरे हैं।' कपूर परिवार से होने के कारण इंडस्ट्री में मिले किसी तरह के विशेषाधिकार पर करीना ने बताया, 'यह सिर्फ आगे बढ़ते रहने और कड़ी मेहनत करने का नतीजा है। यह सुनने में अजीब लग सकता है लेकिन शायद मेरा संघर्ष वहीं है। मेरा संघर्ष है, लेकिन यह उतना दिलचस्प नहीं है जितना कि कोई ट्रेन से आया था तब उसकी जेब में सिर्फ 10 रुपये थे। हां, अब ऐसा स्ट्रगल नहीं है तो मैं इसके बारे में माफी नहीं मांग सकती हूं।'
ऑडियंस ने खुद चुने हैं अपने सुपरस्टार्स
करीना कपूर ने बताया, 'दर्शकों ने हमें बनाया है, किसी और ने हमें नहीं बनाया है। कुछ लोग उंगलियों उठाते हैं ये वही लोग हैं जिन्होंने नेपोस्टिक स्टार्स बनाए। आप जा रे हो ना फिल्म देखने? मत जाओ? किसी ने भी आपको मजबूर नहीं किया है। इसलिए मुझे यह समझ नहीं आता। मुझे लगता है कि यह पूरी चर्चा ही पूरी तरह से अजीब है। बात यह है कि आज हमारे सबसे बड़े सितारों को आपने ही चुना है, वह अक्षय कुमार हो, शाहरुख खान या आयुष्मान खुराना और राजकुमार राव ये सभी बाहरी हैं। ये सभी सफल अभिनेता हैं क्योंकि इन्होंने कड़ी मेहनत की है। हमने भी बहुत मेहनत की है। चाहे वह आलिया भट्ट हों या करीना कपूर, हमने भी कड़ी मेहनत की है। आप हमें देखते हैं और हमारी फिल्मों का आनंद लेते हैं। तो यह दर्शकों पर है जो हमें बनाते और बिगाड़ते हैं।'