- शेखर कपूर बॉलीवुड के एक जाने-माने डायरेक्टर हैं
- उन्होंने 'मिस्टर इंडिया' और 'मासूम' जैसी फिल्में निर्देशित की हैं
- शेखर कपूर ने स्टार सिस्टम को लेकर अपनी बात रखी है
कोरोना वायरस महामारी से पूरा देश जूझ रहा है। कोरोना के चलते आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है। लॉकडाउन का असर सिनेमा जगत पर भी खासा पड़ा है। लॉकडाउन की वजह से कई महीनों से सिनेमाघरों पर ताला लगा हुआ है। थिएटर्स बंद होने के कारण फिल्ममेकर्स अपनी फिल्मों को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज कर रहे हैं। इस बीच डायरेक्टर शेकर कपूर ने थिएटर्स को लेकर बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि आने वाला एक साल तक थिएटर्स नहीं खुलेंगे। उन्होंने साथ ही स्टार सिस्टम को लेकर भी अपनी रखी है। उन्होंने कहा कि अब थिएट्रिकल स्टार सिस्टम की भी मौत हो चुकी है।
'मिस्टर इंडिया' और 'मासूम' जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुके शेखर कपूर का मानना है कि स्टार्स के पास सिर्फ ओटीटी प्लेटफॉर्म या अपने ऐप्स पर फिल्म रिलीज करने का विकल्प बचा है। शेखर कपूर ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंड पर मंगलवार को लिखा, 'कम से कम एक साल तक थिएटर्स नहीं खुलने वाले हैं। ऐसे में पहले सप्ताह में 100 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस करने के इर्द-गिर्द बनने वाली हाईप की मौत हो गई है। साथ ही थिएट्रिकल स्टार सिस्टम की भी मौत हो चुकी है। सितारों को रिलीज के लिए मौजूदा ओटीटी प्लेटफॉर्म का रुख करना होगा या अपने खुद के ऐप्स के माध्यम से फिल्मों को स्ट्रीम करना होगा। टेक्नॉलॉजी काफी सरल है।'
गौरतलब है कि शेखर कपूर इन दिनों सुशांत सिंह राजपूत मामले में अपने बयान को लेकर भी चर्चा में हैं। सुशांत उनकी 'पानी' फिल्म में काम करने वाले थे। 'पानी' यश राज के बैनर तले बनने वाली थी लेकिन कई वजहों से फिल्म अधर में लटक गई थी। शेखर कपूर ने हाल में मुंबई पुलिस को पुछताछ में बताया था कि 'पानी' को लेकर यशराज फिल्म्स ने प्री प्रोडक्शन का काम शुरू कर दिया था। सुशांत की डेट्स ब्लॉक कर ली गई थी। सुशांत ने इस प्रोजेक्ट के लिए कई फिल्में छोड़ दी थीं।
हालांकि, 'पानी' के कंटेंट को लेकर शेखर कपूर और आदित्य चोपड़ा में मतभेद के कारण फिल्म का करार टूट गया था। शेखर कपूर ने कहा कि सुशांत को जब इसकी जानकारी तो वह टूट गए थे। फिल्म के बंद होने का सुशांत को बहुत दुख पहुंचा था जिसकी वजह से वह शायद डिप्रेशन में जाने लगा था। मालूम हो कि सुशांत आत्महत्या मामले में मुंबई पुलिस लगातार जांच में जुटी है। इस मामले में अब तक पुलिस ने 35 लोगों के बयान दर्ज किए हैं।