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बाथरूम में गए राज बब्बर, खून की उल्टियां करने लगीं स्मिता पाटिल, ऐसा था आखिरी दिन

Updated Dec 13, 2020 | 13:45 IST

Smita Patil Death Anniversary: स्मिता पाटिल की आज 34वीं डेथ एनिवर्सरी है। चाइल्ड बर्थ कॉम्पिलेशन के कारण स्मिता पाटिल का निधन हो गया था। जानिए कैसा था स्मिता पाटिल का आखिरी दिन...

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Smita Patil
मुख्य बातें
  • स्मिता पाटिल की आज डेथ एनिवर्सरी है।
  • 13 दिसंबर 1986 को स्मिता पाटिल ने दुनिया को अलविदा कह दिया था।
  • 31 साल की उम्र में चाइल्डबर्थ कॉम्प्लिकेशंस के कारण उनकी डेथ हो गई थी।

मुंबई. बेहद कम उम्र में दुनिया को अलविदा कह गई बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस स्मिता पाटिल की आज पुण्यतिथि है। 13 दिसंबर 1986 में 31 साल की उम्र में चाइल्डबर्थ कॉम्प्लिकेशंस के कारण उनकी डेथ हो गई थी।

लेखिका भावना सोमाया ने अपने एक आर्टिकल में स्मिता पाटिल के आखिरी दिन का जिक्र किया है। वह लिखती हैं।  12 दिसंबर 1986 के दिन स्मिता को सुबह 6 बजे बेटे प्रतीक को चुप कराया। स्मिता बेटे को लेकर नर्सरी में चली गईं। 

प्रतीक अपना सिर मां की बॉडी से दूर कर रहे थे। तब स्मिता को महसूस हुआ कि उनकी बॉडी का तापमान बेटे को परेशान कर रहा है। बीमार होने के कारण दो दिन से स्मिता ने बेटे को छुआ तक नहीं था। 

राज बब्बर को जगाया
भावना सोमाया आगे लिखती हैं, 'प्रतीक के सोने के बाद स्मिता बेडरूम में गईं और राज बब्बर को जगाया।  स्मिता ने राज का माथा छुआ और देखा कि कहीं उन्हें फीवर तो नहीं। हालांकि, राज का बॉडी टेम्प्रेचर नॉर्मल था। 
 
एक घंटे बाद राज बब्बर घर से निकल गए। स्मिता ने अपने बाल धोए। बाल धोते-धोते स्मिता को याद आया कि  मां उनके लिए मराठी लोकगीत गाया करती थी। इसके बाद उन्होंने अपनी मम्मी से कहा कि वह सभी गानों को एक बार फिर गाना चाहती हैं।

रूम बदलने की जताई इच्छा
स्मिता के चेहरे पर अचानक से एक उदासी छा गई। बॉडी में कहीं उन्हें मामूली दर्द हो रहा था। सुबह करीब 10.30 बजे डॉक्टर रेगुलर चैकअप के लिए आया। उन्होंने कहा, 'मामूली सा बुखार है, चिंता की कोई बात नहीं।' इसके बाद डॉक्टर उन्हें ड्रिप लगाकर दूसरी विजिट के लिए निकल गया। 

करीब दो घंटे बाद जब स्मिता को लगी पहली बॉटल पूरी हुई तो उन्होंने रूम बदलने की इच्छा जताई। स्मिता को बेचैनी होने लगी और किसी का कॉन्टैक्ट नंबर तलाशने लगीं। उन्होंने दोपहर करीब 3 बजे पूनम ढिल्लन को फोन किया और कहा कि वे ठीक महसूस नहीं कर रही हैं।

करने लगी खून की उल्टियां
शाम को राज बब्बर मीटिंग से वापस लौटे, तब तक स्मिता अच्छा महसूस कर रही थीं। राज बब्बर किसी फंक्शन में जाने वाले थे। उन्होंने राज बब्बर के कपड़े निकाले और साथ जाने की इच्छा जाहिर की। हालांकि, राज बब्बर तैयार नहीं हुए। 

राज बब्बर ने स्मिता को बेड पर लिटाया और कंबल उढ़ाकर नहाने चले गए। करीब 10 मिनट बाद जब वह बाहर आए तो उन्होंने देखा कि स्मिता का चेहरा पीला पड़ चुका है। उन्हें बहुत दर्द हो रहा है और वे खून की उल्टियां कर रही हैं। 

कोमा में चली गई स्मिता पाटिल
राज बब्बर ने डॉक्टर से संपर्क किया गया। जब तक बब्बर स्मिता को जसलोक अस्पताल लेकर पहुंचे, तब तक वे कोमा में जा चुकी थीं। इसके बाद फिल्म इंडस्ट्री के लोग जसलोक अस्पताल में स्मिता को देखने पहुंचने लगे।  

दूसरे दिन सुबह खबर आई कि स्मिता नहीं रहीं। स्मिता की डेड बॉडी का मेकअप दीपक सावंत ने किया, जिन्हें वह अपना भाई मानती थीं। दीपक सावंत ने एक इंटरव्यू में कहा, 'स्मिता जी ने कई बार अपनी मां से यह बोला था कि जब मैं मरूंगी तब मुझे सुहागन बनाकर भेजना।'

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