- गरीब, मजदूरों की मदद कर मसीहा बने सोनू सूद ने हैरान करने वाला कदम उठाया है।
- मदद के लिए उन्होंने अपनी आठ संपत्तियां गिरवी रखकर 10 करोड़ का लोन लिया है।
- ये प्रॉपर्टी 48 साल के सोनू सूद और उनकी पत्नी सोनाली के नाम पर हैं।
कोरोना काल में गरीब, मजदूरों की मदद कर मसीहा बने सोनू सूद ने हैरान करने वाला कदम उठाया है। सोनू सूद के इस कदम के बाद हर किसी का दिल उनको सैल्यूट करने को करेगा। जरूरतमंदों की मदद के लिए उन्होंने अपनी आठ संपत्तियां गिरवी रखकर 10 करोड़ का लोन लिया है। ये प्रॉपर्टी 48 साल के सोनू सूद और उनकी पत्नी सोनाली के नाम पर हैं जिनमें दो दुकान और छह अपार्टमेंट शामिल हैं। यह संपत्तियां मुंबई के पॉश इलाके जुहू में हैं।
www.moneycontrol.com से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोनू सूद ने 15 सितंबर को स्टैंडर्ड चार्टेंड बैंक के साथ एग्रीमेंट साइन किया था और 24 नवबर को लोन रजिस्टर किया गया। सोनू सूद ने 10 करोड़ के लोन के लिए 5 लाख रुपये Registration fee के तौर पर दिए।
लॉकडाउन में दूर दराज इलाके में फंसे गरीब-मजदूरों को उन्होंने अपने घरों तक पहुंचाया। दूर देश में बसे छात्रों को भी वह विमान की मदद से भारत लेकर आए। उनके इस कदम की जमकर सराहना हुई। उसके बाद से वह लगातार लोगों की मदद कर रहे हैं। फैंस ट्वीट करते हैं सोनू सूद की टीम मदद करने में जुट जाती है। बीते पांच-छह महीने में वह हजारों लोगों को राहत पहुंचा चुके हैं। इस मानवीय व्यवहार के लिए एक्टर सोनू सूद को संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रतिष्ठित SDG Special Humanitarian Action Award से नवाजा गया था।
सोनू सूद बच्चों की शिक्षा, लोगों के इलाज और बेरोजगारों को आजीविका दिलाने के तमाम इंतजाम करने में जुटे हैं। उन्होंने इन जरूरतों वाले लोगों लिए डेडिकेटेड पोर्टल शुरू किए हैं जहां लोग अपनी जानकारी भर कर सोनू सूद से सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं।
उठी थी भारत रत्न देने की मांग
लॉकडाउन के दौरान सोनू सूद ने ऐसे कदम उठाए जिनकी सराहना देश-विदेश में हुई। उन्होंने ना केवल लोगों को घर तक पहुंचाया बल्कि आर्थिक रूप से भी लोगों की मदद की। वह अब तक दर्जनों लोगों का इलाज करा चुके हैं। इसके बाद सोशल मीडिया पर सोनू सूद को भारत रत्न देने की मांग उठने लगी थी। हालांकि एक्टर का कहना था कि वह ये सेवा निस्वार्थ भाव से कर रहे हैं।