आज यानि 7 फरवरी को रोज डे है। 14 फरवरी तक इन आठ दिनों को दुनियाभर में प्रेम के त्योहार के रूप में मनाया जाता है। इस सप्ताह प्यार की नई कहानियां शुरू होती हैं या प्यार करने वाले और करीब आते हैं। बॉलीवुड में भी कई ऐसे सितारे हैं जिनकी प्रेम कहानियां ऐसी हैं जो फरेबी दुनिया में मोहब्बत में गाढ़ा विश्वास जगाती हैं। रोज डे के मौके पर हम आपको बता रहे हैं एक घटना जब दिलीप कुमार साहब ने अपनी पत्नी सायरा बानो का कमरा गुलाब के फूलों से भर दिया था।
दोनों की लवस्टोरी काफी दिलचस्प है। सायरा बानो जब 22 साल की थीं तब उन्होंने 44 साल के दिलीप कुमार से शादी की की। इतने साल छोटी होने के बावजूद सायरा बानो दिलीप साहब की दीवानी थीं। दिलीप कुमार उन दिनों अपने करियर के शिखर पर थे। हालांकि वह प्यार में दो बार असफल हो चुके थे और नए रिश्ते शुरू करने से बच रहे थे। उन्हें जब सायरा बानो की चाहत के बारे में पता चला तो वह उम्र के लंबे अंतर की वजह से कतराने लगे। हालांकि सायरा बानो उन्हें इंप्रेस करने में लगी रहीं। आपको जानकर हैरानी होगी कि सायरा बानो ने दिलीप कुमार को इंप्रेस करने के लिए उर्दू और पर्शियन भाषा तक सीखी। धीरे धीरे कुछ ऐसी चीजें होती गईं जिससे दिलीप साहब सायरा बानो को पसंद करने लगे। 1966 में दोनों ने बिना किसी को बताए शादी कर ली।
सायरा बानो ने दैनिक भास्कर अखबार को बताया कि दिलीप साहब और उनके प्यार में लाल गुलाब का खास महत्व है। दिलीप साहब खास मौकों पर सायरा बानो को गुलाब का फूल दिया करते थे। अक्सर वह लाल गुलाब का बुके ले आते थे। एक बार की बात है दिलीप साहब ने सायरा बानो की बैठने की जगह को पूरी तरह से लाल गुलाब के बुके से भर दिया था। उस वक्त उनका कमरा खुशबू से महकने लगा था।
जन्मदिन पर दिया था खास तोहफा
23 अगस्त 1966 को सायरा बानो का जन्मदिन था। उनके घर में पार्टी थी, जहां कई सितारे जुटे थे। सायरा उस वक्त फिल्मिस्तान स्टूडियो से शूटिंग करके लौटी थीं। उस वक्त वह क्या देखती हैं कि दिलीप साहब खासतौर पर इस कार्यक्रम के लिए मद्रास से फ्लाइट लेकर इस कार्यक्रम के लिए आए थे। सूट बूट पहने दिलीप साहब को देखकर वह काफी खुश हुईं। वह कहती हैं कि दिलीप साहब का आना मेरे लिए तोहफे से कम नहीं था।