- देवानंद और सुरैया की लव स्टोरी की चर्चा आज भी होती है।
- देवानंद और सुरैया की लव स्टोरी की शुरुआत एक दुर्घटना से हुई।
- देवानंद ने सुरैया की जान बचाई थी।
मुंबई. देवानंद और सुरैया बॉलीवुड की ऐसी जोड़ी जो भले ही एक नहीं हो पाई, लेकिन इनके प्यार के किस्से आज भी सुनाए जाते हैं। यही नहीं, देवानंद ने सुरैया को डूबने से भी बचाया था।
देवानंद और सुरैया ने फिल्म विद्या में साथ काम किया था। इस फिल्म के गाने 'किनारे किनारे चले जाएंगे' की शूटिंग नाव में हो रही थी। तभी अचानक से नाव पलट गई और सुरैया पानी में डूब गई।
देवानंद ने तेजी से तैरते हुए उन्हें बचा लिया। घटना के 40 साल बाद सुरैया ने 1987 में दिए एक इंटरव्यू में कहा था, 'मैंने देव से कहा अगर तुम आज मेरी जान नहीं बचाते तो मैं खत्म हो जाती।'
देवानंद ने कहा- मैं भी खत्म हो जाता
सुरैया इसी इंटरव्यू में आगे कहती हैं, 'देवानंद ने मेरी बात का जवाब देते हुए कहा, 'अगर तुम्हारी जान चली जाती तो मैं भी खत्म हो जाता। मुझे लगता है यही वह पल था जब हम दोनों को एक दूसरे से बेपनाह मोहब्बत हो गई।'
देवानंद ने सुरैया से पहली मुलाकात का किस्सा अपनी किताब Romancing with life में लिखा है। देवानंद ने लिखा, 'सीन की शूटिंग से पहले मैं सोच रहा था कि देश की ड्रीम गर्ल, जो अपने हर फैन के दिल में बसती है, वो आज मेरे गले में अपनी बाहें डालेगी।'
करने वाले थे शादी
सुरैया की नानी देवानंद और उनके रिश्ते के सख्त खिलाफ थीं। । घरवालों की सख्ती से परेशान देव और सुरैया ने फैसला किया कि वह फिल्म जीत के सीन के दौरान असली में शादी कर लेंगे।
फिल्म जीत फिल्म की शूटिंग में देवानंद और सुरैया की शादी का सीन फिल्माया जा रहा था। उन्होंने असली पंडित को बुलाया जो असली मंत्र पढ़ने वाला था। तभी एक असिस्टेंट डायरेक्टर ने सुरैया की नानी को ये खबर दे दी। सुरैया की नानी उन्हें सेट से खींचकर जबरदस्ती घर ले गईं।