- टीएमसी सांसद और अभिनेत्री नुसरत जहां ने बेटे को जन्म दिया है।
- अस्पताल सूत्रों के मुताबिक मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
- अस्पताल में अभिनेता और बीजेपी नेता यशदास गुप्ता भी मौजूद।
tmc mp and actress nusrat jahan blessed with baby boy: टीएमसी की सांसद और अभिनेत्री नुसरत जहां (Nusrat Jahan) ने बेटे को जन्म दिया है। बुधवार को उन्हें पार्क स्ट्रीट के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। जानकारी के अनुसार, नुसरत जहां को बुधवार रात अभिनेता यश दासगुप्ता ने अस्पताल में भर्ती कराया था। यश अभी भी अस्पताल में नुसरत जहां के साथ ही मौजूद हैं। गुरुवार सुबह उन्होंने अस्पताल से ही अपनी एक तस्वीर इंस्टाग्राम पर पोस्ट की थी, जिसमें वह बच्चे के इंतजार में नजर आ रही थी।
बता दें कि जून ही ने में जब ये बात सामने आई थी कि नुसरत जहां छह महीने की प्रेग्नेंट हैं और मां बनने वाली हैं तो उनके पति निखिल जैन (Nikhil Jain) ने कहा था वह अपनी पत्नी से काफी समय से अलग रह रहे हैं तो ये बेबी उनका कैसे हो सकता है? नुसरत पिछले साल दिसंबर 2020 से पति का घर छोड़कर अपने मम्मी-पापा के साथ बालीगंज वाले घर पर रह रही हैं। निखिल ने कहा था कि तब से वह उनसे मिले नहीं, ऐसे में ये बेबी उनका कैसे हो सकता है?
यशदास गुप्ता से अफेयर की चर्चा
उस समय भी ये सवाल उठा था कि अगर नुसरत जहां प्रेग्नेंट हैं और छ महीने से अपने पति निखिल जैन से अलग रह रही हैं तो ये बच्चा किसका है? रिपोर्ट के अनुसार नुसरत जहां बंगाल चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार रहे और एक्टर यश दासगुप्ता (Yash Dasgupta) के साथ रिलेशन में हैं। दोनों एक फिल्म की शूटिंग के दौरान मिले थे और अक्सर साथ देखे जाने लगे।
शादी से ही कर दिया था इनकार
नुसरत जहां ने 19 जून, 2019 को कोलकाता के बिजनेसमैन निखिल जैन से शादी की थी। यह शादी तुर्की के शहर इंस्तानबुल में दो तरह के रीति रिवाजों के साथ पूरी हुई थी। पहले उन्होंने हिंदू रीति रिवाज से शादी की और फिर क्रिश्चियन रीति रिवाज से एक दूसरे को हमसफर चुना। शादी के डेढ़ महीने बाद नुसरत और निखिल हनीमून मनाने गए थे। हालांकि नुसरत ने इस शादी से ही इनकार कर दिया था। नुसरत जहां ने अपने एक में कहा था, 'एक विदेशी जमीन पर होने के कारण, तुर्की मैरिज रेगुलेशन के अनुसार ये शादी अमान्य है। इसके अलावा, क्योंकि ये दो धर्मों के लोगों के बीच में हुई शादी थी, इसलिए भारत में इसे वैधानिक मान्यता देने की जरूरत थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कोर्ट लॉ अनुसार, यह विवाह नहीं बल्कि रिलेशनशिप या लिव-इन है।'