- देवानंद को फिल्म में भाई नहीं बना चाहती थीं एक्ट्रेस मुमताज
- जीनत अमान ने निभाया था 1971 की फिल्म का मशहूर किरदार
- क्या आप जानते हैं 'हरे राम हरे कृष्णा' फिल्म का ये किस्सा
मुंबई: बॉलीवुड एक ऐसी फिल्म इंडस्ट्री है जो दशकों की यात्रा करके यहां तक पहुंची है। फिल्मी दुनिया के सितारे पुराने समय से ही लोगों के दिल जीतते आए हैं और उनकी फैंस के दिलोदिमाग में एक अलग और बेहद खास पहचान रही है। शायद यही वजह से बॉलीवुड के पुराने दौर के किस्सों के बारे में जानने में लोगों की आज भी दिलचस्पी है। एक ऐसा ही दिलचस्प किस्सा है बॉलीवुड के सदाबहार अभिनेता कहे जाने वाले देवानंद और अभिनेत्री मुमताज का।
देवानंद मुमताज के पास एक फिल्म का ऑफर लेकर आए और मुमताज को इसकी पूरी कहानी सुनाते हुए किरदार निभाने की पेशकश की। मुमताज को कहानी बहुत पसंद आई और अभिनेत्री ने देव से पूछा कि फिल्म में जो एक चर्चित लड़की का रोल है, वह कौन निभा रहा है। इसके जवाब में देवानंद ने कहा- 'वह तुम करने वाली हो।'
यह बात सुनकर मुमताज निराश हो गईं। जब देवानंद ने उनसे इसकी वजह पूछी तो एक्ट्रेस ने जवाब दिया, 'मैं आपकी बहन का किरदार नहीं निभाना चाहती।' मुमताज का कहना था कि उन्हें देवानंद को देखकर भाई वाले ख्याल ही नहीं आते बल्कि रोमेंटिक ख्याल आते हैं। वह इतने रोमेंटिक हैं तो फिर उनके साथ बहन वाला रोल कैसे किया जा सकता है। यह बात सुनकर देवानंद हंस पड़े।
इसके बाद मुमताज ने कहा कि वह फिल्म का प्रमुख बहन का किरदार ना सही लेकिन एक अन्य रोल जरूर करेंगी। देव साहब ने कहा कि वह रोल तो बहुत छोटा है तो मुमताज ने जवाब दिया कि अगर वह रोमेंटिक रोल है, जिसमें वह देवानंद की हीरोइन हैं तो वह इसे जरूर करेंगी।
यह कहानी है साल 1971 में आई फिल्म 'हरे राम हरे कृष्ण' की, जिसमें मुमताज एक छोटे से रोल में थीं और गाने गाते हुए नजर आई थीं। हालांकि यहां जिस बहन के रोल की बात हो रही है वह निभाया था जीनत अमान ने और फिल्म में सारी लाइमलाइट भी उन्हें ही मिल गई थी। 'बोलो सुबह शाम, हरे कृष्णा-हरे राम' गाना भी इसी फिल्म का हिस्सा है।