- स्टारडम सिर पर चढ़ने से डूबा अभिनेता रोहित रॉय का करियर
- बताई अति-आत्मविश्वासी बनकर अपना नुकसान करने की कहानी
- टीवी शो स्वाभिमान में किरदार के लिए शाहरुख खान से होने लगी थी तुलना
मुंबई: टेलीविजन अभिनेता रोहित रॉय का कहना है कि वह खुद को घमंड का शिकार बनने के लिए दोषी मानते हैं और एक अभिनेता के रूप में अपने शुरुआती दिनों में उन्होंने पर्याप्त मेहनत नहीं की। रोहित ने एक इंटरव्यू में कहा है कि शुरुआती दिनों में उनके टीवी शो की सफलता सिर पर चढ़ गई और उन्होंने एक अभिनेता के रूप में अपने कौशल को सुधारने के लिए ज्यादा काम नहीं किया, जो कि उन्हें करना चाहिए था।
रोहित ने टीवी शो 'स्वाभिमान' में ऋषभ मल्होत्रा का किरदार निभाया। यह शो 1995 से 97 तीन साल तक चला, जिसे महेश भट्ट और देबलॉय डे ने निर्देशित किया था। एनबीटी से बात करते हुए, रोहित ने कहा, उनका किरदार दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय हो गया था।
सिर पर चढ़ गया स्टारडम:
अभिनेता ने इस बारे में बात करते हुए कहा 'मैं अपने टीवी शो स्वाभिमान के कारण बहुत कम समय में बेहद मशहूर हो गया था। ऋषभ मल्होत्रा का मेरा किरदार शोले के गब्बर सिंह जितना लोकप्रिय था, ऐसा किरदार इससे पहले टीवी पर नहीं देखा गया था। लेकिन वह सब स्टारडम मेरे सिर चढ़ गया और मैंने अपने अभिनय और अन्य तरह के कौशल में सुधार करने के बजाय अभिमानी बनने का काम किया।'
शाहरुख से होने लगी थी तुलना:
रोहित ने कहा कि उनकी तुलना शाहरुख खान जैसे कलाकारों से होती थी जिसने उन्हें जरूरत से ज्यादा आत्मविश्वासी बना दिया। इस बारे में बात करते हुए वह कहते हैं, 'लोगों ने मुझे यह भी बताया कि मुझमें शाहरुख खान को उखाड़ फेंकने की क्षमता है। उस समय, SRK की दीवाना फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। वैसे भी आज हम सभी जानते हैं कि एसआरके अपने करियर और जीवन में कहां पहुंच चुके हैं, और यहां मैं संघर्ष ही कर रहा हूं।'
हालांकि, अभिनेता का कहना है कि दोष उनका ही था और वह इसके लिए किसी और को दोषी नहीं ठहरा सकते। उन्होंने कहा कि भले ही वह दुनिया के सबसे बड़े सुपरस्टार न हों, लेकिन अपने करियर में उन्होंने जो कुछ भी हासिल किया है, उससे वह खुश हैं।
बता दें कि रोहित को आखिरी बार जेपी दत्ता की पलटन में बड़े पर्दे पर देखा गया था। उन्होंने ऋतिक रोशन की काबिल फिल्म में भी खलनायक की भूमिका निभाई थी, जिसमें उनके भाई रोनित रॉय भी थे।