- सोनू निगम ने टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर इन चीफ नाविका कुमार से खास बातचीत की है।
- बॉलीवुड माफिया, हिजाब और लाउडस्पीकर कॉन्ट्रोवर्सी पर सोनू निगम ने रखी अपनी राय।
- लाउडस्पीकर को धर्म से जोड़ते हैं लोग- सोनू निगम
Frankly Speaking With Sonu nigam: बॉलीवुड सिंगर सोनू निगम को हाल ही में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया था, इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के साथ कई दिग्गज हस्तियां मौजूद रहीं। अब शनिवार को सोनू निगम ने टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर इन चीफ नाविका कुमार से खास बातचीत की है। इस दौरान सोनू निगम ने बॉलीवुड माफिया, हिजाब-लाउडस्पीकर कॉन्ट्रोवर्सी, लेफ्ट विंग-राइट विंग और लता मंगेशकर के जुड़ी यादें सहित कई मुद्दों पर बेबाकी से बात की।
टाइम्स नाउ नवभारत के शो फ्रैंकली स्पीकिंग में सोनू निगम ने सबसे पहले बात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस बयान पर की, जो उन्होंने फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर किया था। सोनू निगम ने केजरीवाल के बयान की निंदा की और कहा कि इस तरह की बात करना ठीक नहीं है। आप पीड़ित लोगों का मजाक बना रहे हैं ये शोभा नहीं देता है।
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लाउडस्पीकर को धर्म से जोड़ते हैं लोग- सोनू निगम
सोनू निगम ने 2017 में लाउडस्पीकर पर अजान बजाने का मुद्दा उठाया था और अब ये बात फिर से तूल पकड़ रही है। इस पर सोनू निगम ने कहा- 'मेरे द्वारा इस बात को कहने के 3 साल बाद सउदी अरब में लाउडस्पीकर बैन कर दिया गया। लोगों ने मेरी बात को धर्म से जोड़ दिया था। अब मैं अपने घर में माइक लगाकर गाना गाऊं, तो परेशानी गाने से नहीं है परेशानी लाउडस्पीकर से है। इसे आप ये नहीं कह सकते है कि मैं स्वतंत्र हूं और कुछ भी करूं।'
हिजाब पर सोनू निगम ने कहा कि एक समझदार इंसान समझता है कि हर जगह जाने का एक यूनिफॉर्म है। उसे मेंटेन करना जरूरी है और ये मेरा विचार है। साथ ही कई बातों को कहने का एक तरीका होता है। सही बातों को भी कहने का तरीका होना चाहिए, ताकि चीजें सही से लोगों तक पहुंच सकें।
इंडस्ट्री में होता था अंडरवर्ल्ड का रोल
सोनू निगम ने इस बीच बॉलीवुड पॉलीटिक्स पर भी बात की। इंडस्ट्री में पहले एक गैंग थी जो तय करती थी कि किसे काम मिलेगा और किसे नहीं? इस सवाल पर सोनू ने कहा कि पहले थी लेकिन अब जनता की जागरूकता की वजह से काफी कुछ बदल चुका है। माफिया अब भी हैं लेकिन अब थोड़ा लाइन पर आ गए हैं। आप कुछ भी कर लेंगे और निकल जाएंगे, ऐसा नहीं होता है एक दौर आता है... सामने बैठे लोगों को कमजोर नहीं समझना चाहिए। लोगों को समझ आ गया है कि कोई भी लोग अकेला नहीं है। आज कोई लहर नहीं आज सब लोग ज्वारभाटा है। इसकी वजह मीडिया है जिसकी जिसकी वजह से लोगों में बदलाव आया है।
साथ ही सोनू निगम ने ये भी बताया कि पहले इंडस्ट्री में अंडरवर्ल्ड का रोल होताथा अब नहीं है, मैंने खुद देखा हुआ था। पर मैं कैमरे पर नाम नहीं बता सकता हूं। लेकिन अब चीजें बदल गई हैं और इंडियन एजेंसी बहुत स्ट्रांग हो चुकी है। अब कुछ भी ऐसा नहीं हो सकता है।
योगी आदित्यनाथ हैं सोनू निगम के पसंदीदा मुख्यमंत्री
सोनू निगम ने बताया कि उनके पसंदीदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। क्योंकि उत्तरप्रदेश में कड़क होने की जरूरत थी। इंडिया में इसकी बहुत जरूरत है। लेकिन अगर आप कहें कि जीवन जीने के 2 ही तरीके हैं सिर्फ राइट विंग और लेफ्ट विंग तो ऐसा नहीं है। जो सही है उसे सही और जो गलत है उसे गलत कहो...। क्योंकि मैं सिर्फ कॉकरोज से बहुत डरता हूं, मैं भगवान से नहीं डरता हूं...। भगवान मेरा दोस्त है।'
लता मंगेशकर का आखिरी मैसेज
सोनू निगम ने इस इंटरव्यू के दौरान ये भी बताया कि लता मंगेशकर ने 4 फरवरी को उन्हें एक मैसेज भेजा था जो कि उनका आखिरी मैसेज बन गया। इसमें लिखा था- 'तुम चिंता मत करना, कुछ भी हो मैं हूं- मां...।' ये लता मंगेशकर का आखिर मैसेज साबित हुआ और इसके बाद 6 फरवरी को उनका निधन हो गया था। इसके बाद मेरा दिल टूट गया था, यहां तक कि मैंने कोई पोस्ट भी नहीं लिखा था।