- स्वरूप संपत अभी भी ये जो है ज़िंदगी में रेनू वर्मा के अपने किरदार से जानी जाती हैं
- शुरुआत में परेश रावल भी निगेटिव किरदार निभाते थे
- परेश रावल ने अभिनय के साथ ही राजनीतिक पारी भी खेली है
पहली नज़र का प्यार बहुत कम लोगों की किस्मत में होता है। परेश रावल और स्वरूप संपत...यही वो ख़ुशनसीब जोड़ा है, जिन्होंने ज़िंदगी से जो चाहा उन्हें वो सब मिला। पहली नज़र का प्यार आज हमसफ़र बनकर ज़िंदगी की धूप छांव में पिछले 33 सालों से उनका साथ निभा रहा है। आज हम आपको बताएंगे परेश रावल को स्वरूप संपत का सथा कैसे मिला। आखिर कैसे शुरू हुई इन दोनों की प्रेम कहानी।
पहली नज़र में ही परेश रावल को हो गया था प्यार
ये उन दिनों की बात है, जब परेश रावल और स्वरूप संपत कॉलेज में पढ़ा करते थे। परेश रावल और स्वरुप संपत की मुलाकात कॉलेज के दिनों में हुई थी। दोनों ही थिएटर आर्टिस्ट थे और शायद इस वजह से भी वे एक-दूसरे के करीब आये थे। पहली बार परेश रावल ने स्वरुप संपत को कॉलेज में देखा था, जब वह ब्रोशर बांट रही थीं। स्वरुप परेश रावल को पहली नजर में ही पसंद आ गयी थीं। परेश रावल ने तब अपने दोस्तों से कहा भी था किएक दिन मैं इस लड़की से शादी करूंगा।
शादी के बाद दिए एक इंटरव्यू में स्वरूप संपत ने बताया था, 'मैंने गुलाबी रंग की साड़ी पहनी थी और मैं ब्रोशर बांट रही थी। उस दिन जब परेश रावल ने पहली बार मुझे देखा और अपने दोस्त से ऐसा कहा, तो मैंने उनकी बात सुनकर भी अनसुनी की। वो ब्रोशर लेने के बहाने काउंटर पर आए और फिर थोड़ी देर में चले गए। लेकिन सबसे मजेदार बात यह रही कि करीब सालभर तक इन्होंने मुझसे दोस्ती करने की कोई कोशिश भी नहीं की।
परेश रावल के अभिनय ने कायल कायल कर दिया
जब उन्होंने परेश को स्टेज पर एक्टिंग करते हुए देखा, तो अपनी नज़रें उन पर से हटा नहीं पाईं। एक इंटर कॉलेज ड्रामा कंपटीशन के दौरान जब उन्होंने परेश रावल को स्टेज पर अभिनय करते देखा, तो देखती ही रह गईं। उनकी बेहतरीन अदाकारी ने स्वरूप संपत का मन मोह लिया। इतना ही नहीं, स्वरुप संपत...परेश रावल को उनके शानदार परफॉरमेंस के लिए बधाई देने बैकस्टेज पहुंची थीं।
मिस इंडिया का ताज भी जीत चुकी हैं संपत
कॉलेज के साथ-साथ थियेटर भी चल रहा था, उसी दौरान स्वरूप संपत के पिता ने उन्हें मिस इंडिया ब्यूटी कॉन्टेस्ट में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। हालांकि, स्वरूप का ऐसा कोई इरादा नहीं था। उन्होंने यह बात अपने भाई और परेश रावल को बताई, दोनों ने ही उनकी बात का समर्थन किया। परेश रावल के सपोर्ट से उन्होंने कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया और प्रतियोगिता जीतकर उन्होंने 1979 में मिस इंडिया का ताज अपने सर पर सजाया।
स्वरूप ने बताया था - मैं खिताब तो जीत गई थी, लेकिन इसके बाद परेश हमारे रिश्ते को लेकर उलझन में आ गये थे। उन्हें लगने लगा था कि अब चीजें पहले की तरह नहीं रहेंगी। उन्हें यह डर सताने लगा था कि कहीं मैं बदल ना जाऊं। पर ऐसा कुछ नहीं हुआ और धीरे-धीरे सब ठीक हो गया।
जब पेड़ के नीचे हुई शादी
कपीब 10 सालों तक एक-दूसरे को डेट करने के बाद परेश रावल और स्वरुप संपत की शादी 1987 में हुई थी। परेश और स्वरुप के मुताबिक, उनकी शादी की सबसे अच्छी बात ये रही थी कि ज्यादा लोगों को इस शादी के बारे में पता नहीं था। दोनों की शादी में कुछ करीबी रिश्तेदार और दोस्त ही शामिल हुए थे।
स्वरुप ने बताया था - मेरे परिवार में 129 साल बाद किसी लड़की की शादी हो रही थी, ऐसे में मैंने उन्हें भावुक न होने की सख्त हिदायत दी थी। स्वरुप ने बताया कि दोनों की शादी में ज्यादा तामझाम नहीं किया गया था। दोनों ने मंडप में नहीं, बल्कि एक पेड़ के नीचे सात फेरे लिए थे।
ऐसा है परिवार
कपल के आदित्य और अनिरुद्ध नाम के दो बेटे हैं। अनिरुद्ध सलमान खान की फिल्म सुलतान में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम कर चुके हैं, साथ ही वे अभिनेता नसीरुद्दीन शाह को भी प्ले के दौरान असिस्ट करते हैं। वहीं, बेटे आदित्य न्यूयॉर्क की यूनिवर्सिटी में स्क्रीनप्ले की पढ़ाई कर रहे हैं।