- 'जादूगर' फुटबॉल टूर्नामेंट ट्रॉफी के इर्द-गिर्द की कहानी है।
- फिल्म 'जादूगर' आज यानी 15 जुलाई को रिलीज हो गई है।
- अगर देखने का है प्लान? तो जान ले कैसी है फिल्म।
JAADUGAR Movie Review In Hindi: बॉलीवुड में स्पोर्ट्स बायोपिक्स की भरमार है, जिनमें '83', 'साइना', 'सूरमा' आदि शामिल हैं। इस तथ्य के बावजूद कि समीर सक्सेना की 'जादूगर' इंटर-कॉलोनी फुटबॉल टूर्नामेंट ट्रॉफी जीतने की इच्छा के इर्द-गिर्द घूमती है। राहत की बात यह है कि यह फिल्म कोई दूसरी बायोपिक नहीं है, बल्कि जादुई ट्विस्ट वाली रोमांटिक कहानी है। फिल्म की सुंदरता इसकी सादगी और हीरो पर जिंदगी पर आधारित है। कहानी नीमच की गलियों (मध्य प्रदेश का शहर) पर आधारित है और मीनू (जितेंद्र कुमार) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक साधारण व्यक्ति है, जो अपने गुरुजी जादूगर छाबड़ा (मनोज नवनीत जोशी) की तरह एक प्रसिद्ध जादूगर बनने की इच्छा रखता है। चीजें तब बदल जाती हैं जब उसे डॉ. दिशा (अरुशी शर्मा) से प्यार हो जाता है।
कैसी है फिल्म की कहानी
मीनो की कहानी मध्य प्रदेश के छोटे से शहर नीमच में रहने वाले लड़के की है। मीनो के खून में फुटबॉल हो सकता है क्योंकि उसके पिता एक महान गोलकीपर थे लेकिन उसे फुटबॉल बिल्कुल पसंद नहीं है। वह एक जादूगर बनना चाहता है। मीनो फुटबॉल से नफरत करता है क्योंकि इसने उसके माता-पिता को लूट लिया। मीनो के चाचा प्रदीप नारंग (जावेद जाफरी) अपने दिवंगत भाई की इच्छा के मुताबिक फुटबॉल प्रतियोगिता जीतने की कोशिश कर रहे हैं। दुर्भाग्य से प्रदीप के पास टीम अच्छी नहीं है और मीनो भी मदद नहीं करता है। वह शहर की सबसे नई लड़की और नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. दिशा छाबड़ा (आरोशी शर्मा) का पीछा करने में बहुत व्यस्त है। दिशा को पहली बार देखने के एक महीने से भी कम समय के बाद, मीनो शादी का प्रस्ताव लेकर पहुंच जाता है। तब दिशा उसे कहती है कि वह तब तक शादी नहीं करेगी जब तक उसके पिता इसके लिए राजी नहीं हो जाते। दिशा के पिता मीनो से असंभव काम करने के लिए कहते हैं वो कहते हैं कि अगर वो फुटबॉल चैंपियनशिप जीते तो बात बन सकती है। अब मीनो की कहानी में एक नया पेज खुलता है। क्या मीनो आखिरकार दिशा को जीत पाएगा? ये आपको फिल्म में देखना होगा।
यहां देखें ट्रेलर-
क्यों देखें फिल्म
फिल्म में जितेंद्र कुमार ने एक बार फिर अपनी दमदार एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीत लिया। फिल्म की कहानी भी दमदार है और जितेंद्र के अलावा भी फिल्म के बाकी एक्टर्स ने अपने रोल के साथ इंसाफ किया है। अगर आपको हल्की-फुल्की फिल्में पसंद हैं तो आपको यह जरूर देखनी चाहिए। इस फिल्म को समीर सक्सेना ने निर्देशित किया है, वहीं इसके राइटर विश्वपति सरकार हैं जो कि पर्मानेंट रूममेट्स के लिए जाने जाते हैं। इस फिल्म में जितेंद्र कुमार, आरोशी शर्मा और जावेद जाफरी भी हैं।
कैसी है फिल्म
फिल्म कॉमेडी ड्रामा है जिसमें फेंटसी भी है। फिल्म की कहानी जैसे जैसे आगे बढ़ती है इसकी नई परतें खुलती जाती हैं और दिलचस्प हो जाती है। फिल्म सेकंड हाफ में थोड़ा ढीली भी होती है। अगर आप इस वीकेंड कुछ नया देखना चाहते हैं तो जितेंद्र कुमार की ये फिल्म एक बार देख सकते हैं।