- रश्मि के सामने विशाल कोटियन ने खुद को बताया चाणक्य।
- मायशा और प्रतीक के बीच छिड़ी जुबानी जंग।
- रश्मि देसाई के आने से विशाल कोटियन को मिला बेनिफिट।
Bigg Boss 15 Updates, 01 November 2021: छोटे पर्दे का सबसे विवादित टीवी शो बिग बॉस 15 दिन पर दिन और दिलचस्प होता जा रहा है। इस शो में मौजूद हर एक कंटेस्टेंट ट्रॉफी जीतने के लिए एक दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहा है। पिछले वीकेंड का वार एपिसोड में अकासा सिंह एलिमिनेट हो गईं। जिसके बाद इस हफ्ते सोमवार के एपिसोड में काम्या पंजाबी, देवोलीना भट्टाचार्जी, रश्मि देसाई और गौतम गुलाटी को बिग बॉस 15 के घर में देखा गया। यह सभी सितारे शमिता शेट्टी, तेजस्वी प्रकाश, ईशान सहगल, विशाल कोटियन और घर के अन्य सदस्यों की क्लास लगाते हुए नजर आ रहे हैं। सुबह होते ही मायशा अय्यर और प्रतीक सहजपाल आपस में भिड़ गए। जिसके बाद घर में रश्मि देसाई की एंट्री हुई।
कहर बनकर बरसीं रश्मि देसाई
घर में आते ही रश्मि देसाई जय भानुशाली की क्लास लगाने लगीं। उन्होंने कहा कि वह जय भानुशाली के अंदर लीडरशिप क्वालिटीज नहीं देख पा रही हैं। जिसके बाद रश्मि देसाई ने विशाल कोटियन को चित्रगुप्त कहकर बुलाया। मगर, विशाल कोटियन ने खुद को चित्रगुप्त नहीं बल्कि चाणक्य कहा। रश्मि देसाई का गुस्सा करण कुंद्रा पर भी कहर बनकर टूटा। करण कुंद्रा से रश्मि देसाई ने कहा कि वह उनके फेवरेट कंटेस्टेंट हैं मगर वह उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर रहे हैं। जिसके बाद रश्मि देसाई ने हर एक कंटेस्टेंट को कहा कि किसी भी कंटेस्टेंट के अंदर इस शो को जीतने की चमक नहीं है।
गौरव गुलाटी ने लगाई प्रतीक सहजपाल की क्लास
थोड़ी देर बाद तेजस्वी प्रकाश और शमिता शेट्टी के बीच लड़ाई होने लगी जिसके बाद शमिता शेट्टी ने करण कुंद्रा को भी खूब सुनाया। थोड़ी देर बाद घर में गौतम गुलाटी ने एंट्री ली। घर में कदम रखते ही गौतम गुलाटी प्रतिक सहजपाल पर बरसने लगे। जय भानुशाली को गौतम ने यह सुझाव दिया कि जनता उन्हें क्यूट समझती है और गौतम को अपनी यह इमेज बरकरार रखनी चाहिए। वहीं, गौतम में तेजस्वी की तारीफ की और कहा की वह घर में बहुत अच्छा गेम खेल रही हैं।
करण कुंद्रा पर फूटा देवोलीना भट्टाचार्जी का गुस्सा
देवोलीना भट्टाचार्जी घर में आते ही करण कुंद्रा पर बरस पड़ीं। उसके बाद देवोलीना ने विशाल को खूब सुनाया फिर जब बिग बॉस ने देवोलीना भट्टाचार्जी को किसी कंटेस्टेंट को सेव करने के लिए कहा, तब देवोलीना ने जय भानुशाली का नाम लिया।