- कॉमेडियन कृष्णा अभिषेक ने नेपोटिज्म पर तोड़ी चुप्पी
- कृष्णा बोले- मैं गोविंदा का भांजा हूं लेकिन वो मेरी जगह काम करने नहीं आते
- कृष्णा ने कहा कि यह मायने नहीं रखता कि आप किस परिवार से आते हैं
एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद से बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर बहस छिड़ गई है। इसे लेकर फिल्म इंडस्ट्री दो हिस्सों में बंटी नजर आ रही है। अब कॉमेडियन कृष्णा अभिषेक ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी है।
कृष्णा बॉलीवुड एक्टर गोविंदा के भांजे हैं। लेकिन अब उन्होंने बताया कि गोविंदा का भांजा होने का उन्हें कभी फायदा नहीं मिला। कृष्णा ने कहा, 'हर किसी को खुद मेहनत करनी पड़ती है। हां, मैं गोविंदा का भांजा हूं लेकिन वो मेरी जगह काम नहीं करते। वो नहीं आते मेरे लिए काम करने, मुझे खुद काम करना पड़ता है। हो सकता है कि गोविंदा मुझे काम दिलवा दें लेकिन बाद में केवल टैलेंट काम आता है। इसमें नेपोटिज्म का कोई रोल नहीं है।'
फैमिली बैकग्राउंड किस्मत तय नहीं करता
कृष्णा ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि कभी भी फैमिली बैकग्राउंड किसी एक्टर की किस्मत तय नहीं कर सकता। कृष्णा ने कहा, 'यह बिलकुल मायने नहीं रखता कि आप किस फिल्मी परिवार से आते हैं। मैं एक फिल्मी परिवार से हूं, मुझे एक्टर वरुण धवन की जगह (पद) होना चाहिए था। लेकिन मैं अपनी मेहनत खुद कर रहा हूं। वरुण धवन के पिता डेविड धवन (फिल्ममेकर) हैं, लेकिन उन्हें भी शायद लगता होगा कि उन्हें कहीं और होना चाहिए था। सबका अपना सफर और संघर्ष है।'
सुशांत के निधन पर कही ये बात
कृष्णा ने एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बारे में बात करते हुए कहा कि इस बारे में बहुत ज्यादा बात करने वाले वो लोग हैं जो घर पर बैठे हैं और कुछ काम नहीं कर रहे। सुशांत के निधन को कृष्णा ने निजी हानि बताया। कॉमेडियन ने कहा, 'जब मुझे यह खबर (सुशांत के निधन) मिली तब मैं बहुत रोया था। वो मेरा दोस्त था, हम दोनों एक डांस रिएलिटी शो का हिस्सा थे और मैं यह खबर सहन नहीं कर सका। यह बहुत दुखद खबर थी, वो बहुत काबिल था। लेकिन मुझे लगता है कि उसने जो किया उससे बहुत गलत उदाहरण सेट किया है। बहुत से नौजवान उनके खूबसूरत सफर को देखते थे। उम्मीद करता हूं कि इससे उन युवाओं पर असर नहीं पड़ेगा। केवल यह चाहता हूं कि इससे उन्हें अपने सपने पूरे करने की उम्मीद ना छोड़े।'
मालूम हो कि सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को मुंबई के बांद्रा स्थित अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वो पिछले कुछ समय से डिप्रेशन में थे। उनके सुसाइड के बाद से फिल्मी जगत में नेपोटिज्म को लेकर बहस छिड़ गई है।