- बहुचर्तित टीवी शो तारा 1993 से 1997 तक टेलिकास्ट किया गया।
- शो में तारा का किरदार प्रसिद्ध अभिनेत्री नवनीत निशान ने निभाया था।
- ये पहला हिंदी टीवी शो था जो लगभग पांच सालों तक चला।
तारा छोटे परदे का बहुचर्तित टीवी शो था जो कि 1993 से 1997 तक टेलिकास्ट किया गया। रमन कुमार द्वारा निर्देशित इस सीरियल को विंटा नंदा और वरुण गौतम द्वारा लिखा गया था। शो की कहानी मुख्य किरदार तारा के इर्द-गिर्द घूमती है जिसकी खुशियों और दुखों से वो कैसे निपटती है इसे कहानी में बखूबी दिखाया जाता है। तारा का किरदार प्रसिद्ध अभिनेत्री नवनीत निशान ने निभाया था। कहानी में तारा की जिंदगी के साथ-साथ उनकी तीन सबसे करीबी सहेलियों को भी अहम किरदारों में रखा गया। एक सहेली थी कंचन, जिसकी भूमिका अभिनेत्री रत्ना पाठक शाह द्वारा निभाई गई थी। वहीं दूसरी दोस्त आरजू थी जिसकी भूमिका नेहा शरद ने निभाई। साथ ही तीसरी दोस्त का नाम शीना था, यह भूमिका अमिता नांगिया ने निभाई थी। ये पहला हिंदी टीवी शो था जो लगभग पांच सालों तक चला।
महिला प्रधान था टीवी शो तारा
टीवी सीरियल तारा की कहानी उस दौरान में काफी सराही गई थी। क्योंकि विनीता ने इस कहानी में चार शहरी महिलाओं और उनकी दोस्ती के साथ-साथ महत्वाकांक्षाओं, प्रेम व सीक्रेट्स को परदे पर उतारा था। पहले इसमें दिखाई जाने वाली कहानी एक ही कैरेक्टर तारा की होने वाली थी लेकिन कई पहलू होने की वजह से इसे 4 महिलाओं में अलग-अलग बांटा गया। ताकि महिलाओं की महत्वाकांक्षाओं, अफेयर्स और सीक्रेट्स को विस्तार से कहानी में दिखाया जा सके। उस जमाने में इस तरफ का महिला प्रधान कॉन्सेप्ट सोचना ही अपने आप में कठिन बात थी। साथ ही सबसे जटिल था दर्शकों द्वारा इस तरह खुले विचारों वाली महिलाओं की कहानी को अपनाना। लेकिन दर्शकों द्वारा शो की कहानी को खूब प्यार मिला।
शादीशुदा मर्द के प्यार में थी तारा
यह शो तारा की जिंदगी के इर्द-गिर्द घूमता है। टीनऐज तारा जिसे शो में एक शादीशुदा मर्द(आलोक नाथ द्वारा निभाए गए किरदार) से प्यार हो जाता है। इस शख्स की एक बेटी भी थी, जिसने कभी तारा को स्वीकार नहीं किया। शो में अफेयर्स ही नहीं शराबी शीना की भूमिका दिखाई गई, जिसे अमिता द्वारा निभाया गया। जो कि खुलकर जिंदगी जीना पसंद करती थी। उस दौर में इस तरह के कॉन्सेप्ट को टीवी पर दिखाने से मेकर्स डरते थे क्योंकि उन्हें लगता था जनता इतनी मॉडर्न नहीं है और वो शो को सिरे से नकार सकती है। लेकिन टेलीविजन पर ये उस दौर का सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला शो बना।
किसिंग सीन को लेकर हुआ था हल्ला
टीवी शो तारा में 90s के दौर में एक किसिंग सीन भी रखा गया था। जिसे लेकर काफी चर्चा हुई थी और तारा खूब सुर्खियों में रहा था। यह किसिंग सीन नवनीत और दीपक सेठ के बीच हुआ था। यहां तक कि उस दौर में फिल्मों में भी किसिंग सीन नहीं दिखाए जाते थे और ऐसे में टीवी पर इसे दिखाना दर्शकों के लिए एक बड़ा झटका था। हालांकि इससे शो को कोई नुकसान नहीं हुआ था लेकिन मेकर्स ने इससे ज्यादा इंटीमेट सीन दिखाने से कन्नी काट ली थी क्योंकि चर्चाओं से वो समझ गए थे कि कहीं ना कहीं ये सीरियल को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
नवनीत निशान नहीं करना चाहती थीं टीवी शो तारा
एक्ट्रेस नवनीत शुरुआत में ये शो नहीं करना चाहती थीं। उनका मानना था कि अगर एक्टर्स टीवी करते हैं, तो अपने द्वारा गए किरदार से अलग छवि बनाना उनके लिए काफी मुश्किल हो जाता है। इसलिए बिना मर्जी के नवनीत निशान ने तारा शो किया था क्योंकि मुंबई में रहने के लिए उन्हें अपने खर्चे भी मेंटन करने थे। इतना ही नहीं उनको इस बात की भी जानकारी नहीं थी कि शो का नाम तारा है। हालांकि टीवी सीरियल तारा, नवनीत निशान के लिए बहुत जबरदस्त सफलता लेकर आया। नवनीत निशान इसके लिए घर-घर जाना पहचाना नाम बन गईं।
52 एपिसोड पर खत्म होने वाला था शो, लेकिन फिर टेलिकास्ट हुए 500
देखा जाए तो तारा की कहानी ऐसी महिलाओं के इर्द-गिर्द थी जो अपनी आजादी के साथ अपने खुले विचारों से भरी जिंदगी जीना चाहती थीं। यह शो 52 एपिसोड के लिए ऑन एयर होना था, लेकिन जनता से मिले प्यार की बदौलत यह शो 500 से अधिक एपिसोड के बाद समाप्त हुआ। इसने अपना पांच साल का सफल कार्यकाल पूरा किया। प्रत्येक एपिसोड ऐसे मोड़ पर खत्म होता कि दर्शकों में अगले को देखने की उत्सुकता पैदा हो जाती थी और वो इसका इंतजार करते थे।