- बीआर चोपड़ा के महाभारत सीरियल आज भी पॉपुलर है।
- द्रौपदी चीर हरण एपिसोड के कारण विवाद भी हुआ था।
- पुनीत इस्सर, गूफी पेंटल समेत मेकर्स के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ था।
Mahabharat Serial Throwback:. साल 1988 में आई बी.आर चोपड़ा की महाभारत टीवी के इतिहास में एक मील का पत्थर है। दूरदर्शन में ये सीरियल हर रविवार सुबह नौ बजे टेलिकास्ट होता तो पूरे देश में एक तरह का कर्फ्यू लग जाता था। साल 2020 में लॉकडाउन के दौरान इस शो को दोबारा प्रसारित किया गया था। शो के किरदारों से फैंस इस तरह जुड़ गए थे कि वे उन्हें महाभारत के असल पात्र मानने लगे थे। सीरियल में द्रौपदी के चीर हरण एपिसोड के कारण दुर्योधन का किरदार निभाने वाले पुनीत इस्सर और शकुनि का किरदार निभाने वाले गूफी पेंटल समेत मेकर्स के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो गया था।
साल 2020 में द कपिल शर्मा शो में महाभारत की स्टारकास्ट आई थी। इस दौरान पुनीत इस्सर ने बताया, 'मैं अपनी गाड़ी से कहीं जा रहा था। इस दौरान मैंने देखा कि पुलिस वैन मेरा पीछा कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने कार रोकने के लिए कहा। शुरुआत में मुझे लगा कि मैंने सिग्नल तोड़ दिया है। पुलिस ने बताया कि हमारे खिलाफ बनारस में एक शख्स ने शिकायत दर्ज कराई है। उसका कहना है कि द्रौपदी के चीर हरण एपिसोड से उसकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। ऐसे में मेरे, राइटर राही मासूम रजा, गूफी पेंटल, नरेंद्र शर्मा और बी.आर. चोपड़ा के खिलफ गैर जमानती वारंट जारी हो गया है।'
28 साल बाद दोबारा खोला गया केस
पुनीत इस्सर ने द कपिल शर्मा शो में आगे बताया कि 28 साल बाद इस केस को दोबारा खोला गया। उन्हें और गूफी को समन भेजा गया। रवि चोपड़ा, बी.आर.चोपड़ा. डॉ. राही मासूम रजा, नरेंद्र शर्मा का निधन हो गया था। हमने वकील कर इस मामले को रफा दफा करने के लिए कहा। मुझे हैरानी तब हुई जब शिकायतकर्ता ने ये बवाल इस कारण किया कि वह महाभारत के एक्टर्स के साथ फोटो खिंचवाना चाहता था। बकौल पुनीत, 'मुझे जब केस के बारे में पता चला तो मैं काफी हैरान था। मेरे मन में ख्याल आया कि गलती वेद व्यास की है। अगर किसी को पकड़ना है तो वेद व्यास को पकड़ो, जिसने महाभारत लिखा है।'
महाभारत में द्रौपदी का चीर हरण एपिसोड काफी चर्चा में रहा था। शो के डायरेक्टर रवि चोपड़ा ने बताया था कि चीरण हरण एपिसोड की शूटिंग के बाद द्रौपदी का किरदार निभाने वालीं एक्ट्रेस रूपा गांगुली लगभग आधे घंटे तक फूट-फूटकर रोई थीं।