- देशबंधु पांडे को केबीसी टीवी शो में जाना बहुत महंगा पड़ गया है।
- रेल प्रशासन ने उनको चार्जशीट थमाते हुए 3 साल के लिए इंक्रीमेंट पर रोक लगा दी है।
भंवर पुष्पेंद्र, जयपुर: कौन बनेगा करोड़पति कई लोगों के ख्वाब और अमिताभ बच्चन से मिलने का सपना पूरा करता है। लेकिन ख्वाबों को पूरा करने का यह ख्वाब कोटा रेल मंडल के स्थानीय खरीद अनुभाग के कार्यालय अधीक्षक देशबंधु पांडे को बहुत महंगा पड़ गया। कोटा में पदस्थ रेलवे के देशबंधु पांडे को केबीसी में जाने की रेल प्रशासन ने कड़ी सजा दी है। उन्हें रेलवे प्रशासन के द्वारा चार्जशीट थमाई गई है, साथ ही 3 साल के लिए उनका इंक्रीमेंट भी रोक दिया गया है। टाइम्स नाउ नवभारत के प्रिंसिपल कोरेस्पोंडेंट भंवर पुष्पेंद्र ने देशबंधु पांडे से खास बातचीत की और उनकी परेशानी को उजागर किया।
दरअसल देशबंधु पांडे केबीसी में जाकर सदी के महानायक अमिताभ से मिलकर अपनी शादी की 25वीं सालगिरह पर हॉट सीट पर बैठने को लेकर बेहद खुश थे। लेकिन जैसे ही उन्हें रेल प्रशासन के द्वारा चार्जशीट थमाई गई और उनका इंक्रीमेंट रोका गया, तो देशबंधु पांडे को बड़ा झटका लगा। हालांकि इसके बावजूद भी देशबंधु पांडे अपना अंदाज ए बयां खुशी के साथ करते दिखे और वो मामले पर चुप्पी साध गए है।
मामले पर रेलवे कर्मचारी संगठनों में विरोध व्याप्त हुआ है। वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के मंडल सचिव खालिद का कहना है कि पांडे के साथ रेल प्रशासन ने ठीक नहीं किया है। मजदूर संघ पांडे के लिए न्याय की लड़ाई लड़ेगा।
क्या है पूरा मामला?
केबीसी में भाग लेने को पांडे 9 से 13 अगस्त तक मुंबई में रहे थे। पांडे ने अधिकारियों को अवकाश की सूचना दी थी लेकिन आवेदन पर कोई विचार नहीं हुआ। पांडे का यह एपिसोड 26 और 27 अगस्त को प्रसारित हुआ था। इसमें उन्होंने 10 प्रश्नों का सही उत्तर देकर 3 लाख 20 हजार रुपए की धनराशि भी जीती। पांडे अपनी पत्नी के साथ केसीबी में पहुंचे थे। पांडे की छुट्टी के बावजूद यह दस्तावेज बहुत कुछ कहते हैं ऐसे में रेलवे कर्मचारी संगठन अब मैदान में हैं।
बहरहाल मामला किस ओर जाएगा यह तो कार्रवाई से पता लग ही गया है ऐसे में ख्वाबों को हकीकत करना और अपनी जिम्मेदारी निभाने में लापरवाही बरतना, यह दोनों ही बिंदु केबीसी कंटेस्टेंट के साथ हुई इस घटना को सुर्खियों में बनाए हुए हैं।