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Faridabad Development: ग्रेटर फरीदाबाद में दूर होगी सीवर ओवरफ्लो की समस्या, एचएसवीपी का पहला सीवर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार

Updated Jun 25, 2022 | 12:18 IST

Faridabad Development News: सेक्टर-77 में मौजूद पहले सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इसके चालू होने के बाद ग्रेटर फरीदाबाद और इसके आस-पास के क्षेत्र में सीवर ओवरफ्लो की समस्या खत्म हो जाएगी।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
फरीदाबाद में सॉल्व हुई सीवरेज प्रॉब्लम
मुख्य बातें
  • सेक्टर-77 में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण कार्य पूरा
  • ग्रेटर फरीदाबाद और इसके आस-पास के क्षेत्र में सीवर ओवरफ्लो की समस्या खत्म
  • इस प्लांट की 7.5 एमएलडी क्षमता है

Faridabad Development News: ग्रेटर फरीदाबाद को अब सीवर ओवरफ्लो की समस्या से राहत मिलने वाली है। सेक्टर-77 में मौजूद पहले सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। यह सीवर ट्रीटमेंट प्लांट काफी समय से बन रहा था। इसके साथ ही प्लांट के पास एक संपवेल (कुआं) का काम भी करीब-करीब पूरा होने वाला है। सेक्टर-77 के इस सीवर ट्रीटमेंट प्लांट और संपवेल को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएचवीपी) की ओर से बनाया गया है। 

अब इस पर जांच और ट्रायल किया जाना बाकी है। इसके बाद सीवर ट्रीटमेंट प्लांट और संपवेल को चालू कर दिया जाएगा। इसके चालू होने के बाद ग्रेटर फरीदाबाद और इसके आस-पास के क्षेत्र में सीवर ओवरफ्लो की समस्या खत्म हो जाएगी। 

ग्रेटर फरीदाबाद में दो सीवर ट्रीटमेंट प्लांट प्रस्तावित थे

ग्रेटर फरीदाबाद में छोटी और बड़ी मिलकर लगभग 50 सोसाइटी मौजूद हैं। एचएचवीपी की तरफ से ग्रेटर फरीदाबाद में दो सीवर ट्रीटमेंट प्लांट प्रस्तावित थे, जिनका निर्माण होना जरूरी था। ऐसे में पहला सीवर ट्रीटमेंट प्लांट सेक्टर-77 में बनकर तैयार है। इस प्लांट की 7.5 एमएलडी क्षमता है। वहीं संपवेल बनाने के बाद सीवर लाइनों से पानी इस में इकट्ठा होगा। इसके बाद उसे पंप कर ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाया जाएगा। इस सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को आने वाले 15 दिनों के अंदर शुरू कर दिया जाएगा। 

सीवर ओवरफ्लो की परेशानी खत्म

इस प्लांट के चालू होने के बाद सेक्टर-76, 77 और 78 के लोगों को सीवर ओवरफ्लो या फिर जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। वहीं इस प्लांट पर शोधित किए गए पानी को ग्रीन बेल्टों में हरियाली बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इस प्लांट पर बात करते हुए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया है कि इसके चालू होने के बाद सीवर ओवरफ्लो की परेशानी खत्म हो जाएगी। दूसरी ओर अन्य सीवर ट्रीटमेंट प्लांट पर भार कम होगा। साथ ही इस ट्रीटमेंट प्लांट से यमुना नदी में गंदा पानी जाने से रोका जा सकेगा।