- आरोपितों ने बुजुर्ग की मेहनत की कमाई हड़पने के लिए की हत्या
- मृतक ने गांव में मकान बनाने के लिए जमा किए थे दो लाख रुपये
- शराब पिलाकर जानना चाहा पैसों का ठिकाना, नहीं बताने पर कुचल दिया सिर
Faridabad Police: विवेकानंद पार्क में तीन दिन पहले हुए ब्लाइंड मर्डर केस का फरीदाबाद पुलिस ने खुलासा कर दिया है। क्राइम ब्रांच 65 की टीम ने इस हत्या के एक आरोपी फतेहपुर चंदीला गांव निवासी सोनू उर्फ अविनाश उर्फ बहरा को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं इस वारदात में शामिल दूसरा आरोपी सुनील उर्फ बीड़ी अभी भी फरार चल रहा है। पुलिस ने दावा किया फरार आरोपी को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
क्राइम ब्रांच 65 के प्रभारी ब्रह्म प्रकाश ने बताया कि दोनों आरोपियों ने 20 मई की रात सेक्टर 21B रेलवे लाइन के पास स्थित स्वामी विवेकानंद पार्क में एक बुजुर्ग के सिर को पत्थर से कुचल कर हत्या कर दी थी। इस वारदात को अंजाम देने के बाद से ही दोनों आरोपी फरार चल रहे थे। पुलिस अब गिरफ्तार आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ में जुटी है।
चाय की दुकान चलाता था मृतक
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि दोनों आरोपी शहर के एक सर्विस स्टेशन पर काम करते थे और दोनो नशेड़ी किस्म के व्यक्ति हैं, जो शराब के साथ-साथ इंजेक्शन का नशा भी करते हैं। क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपी सोनू को अंखिर चौक के पास के शराब के ठेके से गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया आरोपी सोनू ने अपने साथी सुनील के साथ मिलकर बीके अस्पताल में चाय की दुकान लगाने वाले 52 वर्षीय हरगोविंद की पत्थर से सिर कुचल कर हत्या कर दी थी।
मृतक का पैसा हड़पना चाहते थे आरोपी
मृतक हरगोविंद के भाई की शिकायत पर पुलिस थाना एनआईटी में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस की प्राथमिक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह हरगोविंद को पिछले करीब 6 महीने से जानता था और मृतक के साथ बैठकर शराब पीता था। एक बार शराब पीते हुए मृतक हरगोविंद ने बताया कि उसने मेहनत करके करीब 2 लाख रुपए इकट्ठे कर रखे हैं, जिससे वह अपने गांव में मकान बनवाएगा। पैसे की जानकारी मिलने के बाद आरोपियों को लालच आ गया और उन्होंने हरगोविंद से पैसे हड़पने की योजना बनाई।
पैसे की जानकारी ना देने पर कर दी हत्या
आरोपियों ने पार्टी देने के बहाने हत्या वाली रात मृतक को अपने गांव फतेहपुर चंदीला बुलाया और वहां पर शराब पिलाकर पैसों के बारे में पूछताछ शुरू कर दी, लेकिन जब मृतक ने पैसों के बारे में बताने के लिए मना कर दिया तो उसे विवेकानंद पार्क में लेकर पत्थर मार कर हत्या कर दी।